बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास और दायित्व बोध आवश्यक : प्राचार्य
कोयलांचल रजरप्पा स्थित सरस्वती विद्या मंदिर रजरप्पा में शनिवार को बाल संसद का गठन किया गया।इसका उद्देश्य छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास करना और उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समझ प्रदान करना है। इस अवसर पर विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
बाल संसद के गठन के लिए मतदान प्रक्रिया आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने गुप्त मतदान के माध्यम से अपने प्रतिनिधियों का चयन किया। इस प्रक्रिया में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री आदि पदों के लिए चुनाव संपन्न हुआ। मतदान की प्रक्रिया उत्साहपूर्वक वातावरण में पूरी हुई।
प्राचार्य उमेश प्रसाद ने बताया कि विद्या भारती द्वारा संचालित विद्या मंदिरों में बाल संसद का गठन किया जाता है।जिससे विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलती है। भैया-बहनों के नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। यहां अध्ययन करने वाले भैया-बहन सर्वगुण संपन्न हो, इसी उद्देश्य को लेकर भैया बहनों के बीच लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव कराया गया।प्राचार्य ने छात्रों को उनके दायित्वों के प्रति सजग रहने और अनुशासन का पालन करने की प्रेरणा दी।
चयनित प्रतिनिधियों को विद्यालय में 9 मई को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य अमरदीप नाथ शाहदेव,डॉ गायत्री पाठक,इंद्रजीत कुमार सिंह,गौतम कुमार,शशि कान्त,देव कुमार,चितरंजन लाल खन्ना,अमरदीप आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इनका हुआ चयन –
अध्यक्ष-सलोनी कुमारी
उपाध्यक्ष-प्रेम कुमार
प्रधानमंत्री-आराध्या सेंगर
उपप्रधानमंत्री-मंजीत भट्टाचार्य
सेनापति-शिवम साहू
सह-सेनापति-सुर्यांश उपाध्याय
स्वच्छता एवं स्वास्थ्य मंत्री-अमन कुमार
जल एवं पर्यावरण मंत्री-आदित्य सेंगर
सांस्कृतिक मंत्री-अक्षित आर्या
शिक्षा मंत्री-आदित्य पाठक
खेल मंत्री-चंदन कुमार
बागवानी-अशुतोष कुमार