डॉ संजय प्रसाद सिंह द्वारा लिखित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा मुख्य अतिथि रहे
*पुस्तक विमोचन कार्यक्रम छोटा हो सकता है पर उसका उद्देश्य वृहत है।उद्देश्य एवं लक्ष्य जीवन का महत्वपूर्ण पहलू है- पुर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा
ज्ञान की शक्ति से ही राष्ट्र का निर्माण होता है और पुस्तक इस शक्ति का स्रोत है- कुलाधिपति बी एन साह
रामगढ़: राधा गोविंद विश्वविद्यालय रामगढ़ झारखंड के ऑडोटोरियम हॉल में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ।
*मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे*
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा,कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी एन साह, विशिष्ट अतिथि चतरा सांसद कालीचरण सिंह ,पूर्व सांसद हजारीबाग लोकसभा प्रो (डॉ) यदुनाथ पाण्डेय, समाजसेवी तिलक राज मंगलम,विश्वविद्यालय के सचिव सुश्री प्रियंका कुमारी, कुलाधिपति महोदय की धर्मपत्नी फूलमती देवी,प्रति कुलपति प्रो (डॉ) रश्मि, कुलसचिव प्रो (डॉ) निर्मल कुमार मंडल, वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार,परीक्षा नियंत्रक प्रो (डॉ) अशोक कुमार, प्रबंध समिति के सदस्य अजय कुमार, प्रमुख शिक्षाविद,बुद्धिजीवी वर्ग एवं समाज सेवी उपस्थित थे।
आगंतुक सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
*पुस्तक विमोचन सभी आगंतुक अतिथियों द्वारा*
सभी मुख्य एवं गणमान्य अतिथियों के कर कमलों द्वारा डॉ संजय कुमार की लिखित पुस्तक का विमोचन हुआ। जिसके बाद पुस्तक पर चर्चा- परिचर्चा किया गया।
*स्वागत भाषण*
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो (डॉ) निर्मल कुमार के स्वागत भाषण से हुआ।
*नृत्य और संगीत का आयोजन*
कार्यक्रम का शोभा बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा झारखंड की संस्कृति पर आधारित स्वागत गान,नृत्य एवं संगीत का शानदार प्रस्तुति रहा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी एन साह ने आगंतुक सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया।उसके बाद उन्होंने कहा की डॉ संजय प्रसाद सिंह द्वारा लिखित संस्कृति- संस्कार के सुपथ पुस्तक समाज को नई दिशा -दशा प्रदान करेगा।
मैं लेखक की लगन और समर्पण की सराहना करता हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा की राधा गोविंद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित भव्य पुस्तक विमोचन समारोह में उपस्थित सभी को हार्दिक बधाई देता हूँ एवं स्वागत करता हूं।साथ ही मैं इस पुस्तक के लेखक को बधाई देता हूँ। यह पुस्तक न केवल ज्ञानवर्धक है,बल्कि हमें सोचने के लिए प्रेरित करती है।
उन्होंने पुस्तक की महत्ता बताते हुए कहा की पुस्तक लाइब्रेरी में पुरानी हो जाती है पर नई पंक्तियां हमारे जीवन में दिखेगी।
शब्द को भूलने के बाद भी भाव हमेशा बनी रहती है।
पूर्व सांसद हजारीबाग के प्रो (डॉ) यदुनाथ पाण्डेय ने कहा कि
संस्कृति संस्कार में भारत विश्व गुरु है एवं उन्होंने 16 संस्कारों के बारे में बताया। ये पुस्तक आनेवाले दिनों में विद्यार्थियों के लिए उपयोगी एवं प्रेरणादायक होगा।
समाजसेवी तिलक राज मंगलम ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए
सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विभाग के व्याख्याता डॉ रंजना पांडेय और डॉ अमरेश पांडेय ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय प्रसाद सिंह ने सभी आगंतुक अतिथियों एवं समस्त राधा गोविंद विश्वविद्यालय परिवार को आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर हुआ।
मौके पर विजय जायसवाल,दिलीप सिंह,प्रवीण मेहता ,सी पी सनतन, प्रो आलोक कुमार,राजू चतुर्वेदी,मनोज मंडल,कमल बगड़िया,संजय प्रभाकर,रंजन कुमार सिंह, अनुपमा सिंह, कृति गौरव,रवीन्द्र शर्मा ,पंकज सिंह, अमरेंद्र गुप्ता, राजेंद्र कुशवाहा ,विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, व्याख्यातगण, कर्मचारीगण,
एवं सैकड़ों छात्र -छात्राएं उपस्थित रहे।