लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे की मरम्मत और आधुनिकीकरण का कार्य किया जाएगा। इसकी वजह से 1 मार्च से 15 जुलाई तक उड़ानों का संचालन नहीं होगा। इससे 80 से अधिक उड़ानें प्रतिदिन प्रभावित होंगी। करीब 20 हजार यात्रियों के टिकट का पैसा लौटाया जाएगा। विमानों की आवाजाही पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक रोक लगाई गई है।
लखनऊ एयरपोर्ट को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से उड़ानो बंद करने की मंजूरी दी थी। मार्च में निर्धारित दिनों में एयरलाइंस की वेबसाइट पर फ्लाइट भी शो नहीं हो रही हैं। एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि 1 मार्च से रनवे सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। उड़ानें सुबह 10 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद ही संचालित होंगी।
उन्होंने बताया कि इस दौरान रनवे की सतह को फिर से बनाया जाएगा और प्रोफाइल को सही की जाएगी। एयर फील्ड ग्राउंड लाइटिंग को हैलोजन से एलईडी को भी अपग्रेड किया जाएगा। उन्होंने बताया एक पूरी लंबाई का नए समानांतर टैक्सी-वे रनवे की क्षमता बढ़ाई जाएगी। लैंडिंग के बाद विमान के तेजी से प्रवेश और निकास और टेकऑफ के लिए नया लिंक टैक्सी-वे भी तैयार किया जाएगा।
1.80 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में होगी रिकार्पेटिंग
प्रवक्ता के मुताबिक 2,744 मीटर लंबे और 45 मीटर चौड़े रनवे के दोनों और 7.5 मीटर अतिरिक्त शोल्डर की वर्ष 2018 में रिकार्पेटिंग की गई थी। अब उसकी परत को निकाला जाएगा। इसके बाद नियामक द्वारा निर्दिष्ट मानकों के अनुरूप फिर से डामर की नई परत चढ़ाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि रनवे और टैक्सी वे सहित कुल 1.80 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में रिकार्पेटिंग की जाएगी। एयरपोर्ट 2,744 मीटर की लंबाई वाली एक नई समानांतर टैक्सवे का निर्माण करेगा। रिकॉर्पेटिंग के दौरान प्रतिदिन 132 उड़ानें संचालित की जाएंगी। दिन में संचालित होने वाली उड़ानों के समय में परिवर्तन किया जाएगा।
फ्लाइट की अपेडट को लेकर एयरलाइंस से संपर्क करें यात्री
रनवे अपग्रेडेशन परियोजना को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ने मंजूरी देने से पहले नियामक निकायों और एयरलाइंस सहित संबंधितों के साथ सलाह करने निर्णय लिया है। इससे उड़ानों को पुनः निर्धारित करने में मदद मिली है।
यात्रियों को विमान के अपडेट या बदलाव के लिए अपनी संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करने की सलाह दी है। लखनऊ एयरपोर्ट अपनी वृद्धि और विकास का समर्थन करने वाली परियोजनाओं में निवेश करना जारी रखेगा। इस परियोजना के सफल समापन से न केवल हवाई अड्डे की स्थिति एक उभरते विमानन केंद्र के रूप में मजबूत होगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलेगा।