कांकेर।नगरीय निकायों में कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों के कामबंद के 14 दिनों के बाद मजदूर संगठन के पहल पर आज जिलाधीश ने अनुविभागीय अधिकारी,मुख्य नगरपालिका अधिकारी और श्रमपदाधीकारी के तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया।
आज जारी एक बयान में राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन के महासचिव ओम प्रकाश देवांगन ने बताया कि जिला के 6 निकायों के करीब 350 अस्थाई कर्मचारी अपनी नियमितीकरण की मांग पर विगत 14 दिनों से कामबंद कर धरना पर बैठे हुए है लेकिन प्रशासन व पालिका के कोई भी जिम्मेदारी अधिकारी इन आंदोलनरत कर्मचारियों से उनकी समस्याओं को सुलझाने का कोई भी चर्चा नहीं किया है।
आज राजमिस्त्री यूनियन की और से जिलाधीश को आंदोलनरत कर्मचारियों से वार्तालाप कर समस्याओं को सुलझाने का आग्रह करते हुए संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधीश को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिस पर कलेक्टर महोदय ने अस्थाई कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठन करने का आदेश जारी किए।कलेक्टर महोदय के इस निर्णय को सराहनीय कदम निरूपित करते हुए यूनियन ने कहा कि इस प्रक्रिया से वार्तालाप शुरू हो सकेगी और गतिरोध भी समाप्त हो पाएगा।
यूनियन का मानना है कि कोई भी समस्या का समाधान वार्तालाप से ही हो सकता है। धमकी और डराने की राजनीति समस्या को और गहरा बनाता है। पालिका के अधिकारी कर्मचारियों से बातचीत करने के बदले काम से निकालने की जो धमकी कर्मचारियों को दे रहे है इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए ऐसे कदम को तुरंत वापस लेने की मांग यूनियन ने किया है।
आज के प्रतिनिधिमंडल में सुखरंजन नंदी,नजीब कुरैशी,भाव सिंह कश्यप,द्वारका प्रसाद कोसरिया,श्रवण शर्मा, गीता तिवारी,कंचन शोरी, चन्दर नेताम,भावेश कुमार,रेखा बाल्मीकि,जयश्री सिंहा शामिल थे।