पीड़िता ने सुनाई हैवानियत की कहानी….
DPRO-ADO ने मिलकर छात्रा की इज्जत लूटी, इसके बाद दोस्तों के विस्तर पर भी जबरन सुलाया
बहराइच जिले के दलित परिवार की छात्रा ने सरकारी मदद से शौचालय बनवाने आवेदन किया था। छात्रा के इस आवेदन को जिले के दो अधिकारियों ने उसकी आबरू लूटने का आमंत्रण पत्र समझ लिया। ये जिला पंचायत राज अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) हैं। ADO पंचायत शौचालय पास करवाने के बहाने छात्रा को DPRO के पास ले गया। डीपीआरओ ने अपने सरकारी आवास में छात्रा से घंटों रेप किया। इसकी वीडियो बनायी गई ताकी वो बिना किसी विरोध के हर बार बुलाने पर पहुंच जाए। इसके बाद एडीओ पंचायत ने छात्रा को जबरन हम विस्तर किया। बलात्कार का यह सिलसिला यहीं से शुरू हुआ जो महीनों तक चलता रहा। सहन शक्ति जवाब दे गई तो छात्रा ने जिलाधिकारी को किस तरह आपबीती बतायी ।
छात्रा ने बताया महगी तहसील के एक गांव की रहने वाली हूं। मैं स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा हूं। मेरे पिता जी का देहांत हो चुका है, और एक छोटा भाई है जो 10 साल का है। महोदय मैंने शौचालय निर्माण के निए आवेदन किया था। उसके संबंध में सहायक विकास अधिकारी के पास विकास खंड कार्यालय गई थी और अपना शौचालय पास न होने का कारण पूंछा। इसपर उन्होंने ने हमसे अगले दिन विकास भवन आने को कहा। महोदय अगले दिन दिनांक 5 जुलाई 2024 को मै सुबह 11 बजे विकास भवन गई जहां एडीओ विकास भवन गेट से घुसते ही नीचे सीढ़ी के पास ही मिल गए। उन्होंने हमसे कहा कि डीपीआरओ साहब आज आफिस में नहीं बैठे हैं चलो आवास वाले आफिस में मिलवा देते हैं। इसपर वो हमको पैदल ही विकास भवन के पीछे से एक छोटा गेट था उसमें होते हुए हनुमान मंदिर के पास वाले रास्ते से एक सरकारी आवास पर ले गए। वहां आवास के अंदर मुझे मेज के सामने पड़ी एक कुर्सी पर बैठने को कहा गया। थोड़ी देर बाद एडीएओ आए और बोले कि साहब अंदर हैं चली जाओ और अपनी सारी बात बता देना। साहब से अच्छे से बात करना खुश हो जाएंगे आपका सारा काम कर देंगे।
छात्रा ने आगे बताया कि मैं अंदर गई तो डीपीआरओ साहब ने हमको कमरे में बैठने को कहा और चाय मंगवाई। हमसे हमारा नाम पता इत्यादि पूंछने लगे फिर हमको छूने लगे। हमारे मना करने पर भी हमको शारीरिक संबंध बनाने को मजबूर किया गया। महोदय घंटों मेरे साथ बलात्कार करने बाद हमने कपड़े पहने को कहा गया। मै रो रही थी, हमारे मना करने पर भी 5 हजार रुपए हमारे बैग में डाल दिए और धमकाया गया कि शांत रहो। अगर बाहर किसी से चर्चा की तो नतीजा बहुत बुरा होगा। बोले की जहां बताओ वहां गाड़ी से छुड़वा दे, हमने कहा हम अपने आप चले जाएंगे। इसके बावजूद हमको टिकोरा मोड़ तक गाड़ी से छोड़ा गया। गाड़ी एडीओ पंचायत ही चला रहे थे। श्रीमान जी इन लोगों ने हमारा वीडियो भी बनाया था जिसे हमें बाद में एडीओ सर ने दिखाया।
छात्रा ने जिलाधिकारी को बताया, श्रीमान जी इस वीडियो को दिखाकर हमको बार बार बुलाया जाता है और अलग-अलग प्रकार के कुकृत्य किए जाते हैं। मुझे इसके बाद 2 बार फिर उसी सरकारी आवास में डीपीआरओ साहब के पास आने के लिए मजबूर किया गया। 4-5 बार माधव रेती मुहल्ले में भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के पीछे एक मकान में ले जाया गया, जहां एडीओ सर और एक अन्य किसी व्यक्ति द्वारा मेरे साथ अनैतिक कृत्य किए गए हैं। श्रीमान जी मेरी मानसिक स्थिति बहुत खराब है। एडीओ का कहना है कि तुम कहीं भी शिकायत करोगी वहां सब स्टाफ हमारे परिचित हैं, एप्लिकेशन पहुंचते ही हमको सूचना मिल जाएगी। फिर तुम्हारा तुम्हारे परिवार का जो हाल होगा सोच लेना।
छात्रा ने डीएम से कहा कि श्रीमान जी मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि आप डीपीआरओ के काले कारनामे की सीबीआई से जांच करवाएं। इनके मोबाइल में मेरी जैसी अन्य लड़कियों की वीडियो मिल जाएगी। इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवाइए क्योंकि मेरा तो मरना तय है या तो ये लोग हमें मार देंगे नहीं तो मैं खुद आत्महत्या कर लूंगी। अगर कोई ऐसी घटना की सूचना भविष्य में मिलती है तो उसके पीछे यही कारण रहेगा। अगर बची रह गई तो आपके पास लखनऊ में मुख्यमंत्री के पास आकर बयान देने का प्रयास करूंगी। आप से प्रार्थना है कि मैं तो मरूंगी पक्का है लेकिन इन लोगों को सजा जरूर दिलवाएगा। सभार अमृत विचार