नई दिल्ली । बिहार में जहरीली शराब के सेवन करीब 28 लोगों की मौत हो गई। जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इन लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। सूत्रों की मानें तो, सिवान में जहरीली शराब के सेवन से 20 और छपरा में आठ लोगों की मौत हुई है। संभावना है कि मौत का यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।दरअसल, बिहार में शराब बंदी के बाद भी लोग चोरी-छिपे शराब बनाने का कारोबार कर रहे हैं। जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत के बाद बिहार में हड़कम्प मच गया है। संभावना जताई जा रही है कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, जहरीली शराब के सेवन से जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनकी हालत बेहद नाजुक है। उधर, जहरीली शराब से मौत की खबर के बीच राज्य सरकार के मंत्री रत्नेश सादा का अजीबोगरीब बयान सामने आया है।
जहरीली शराब पीने से इतनी मौत के बाद भी मंत्री का कहना है कि यह प्रशासनिक विफलता है। उनका मानना है कि यह कोई प्रशासनिक विफलता नहीं है, अब ऐसे में सवाल ये है कि इतने लोगों की मौत का आखिर जिम्मेदार कौन है? हालांकि, कैबिनेट मंत्री रत्नेश सादा ने घोषणा करते हुए कहा कि शराबकांड में शराब माफियाओं पर सीसीए लगाया जाएगा।