Bahraich Violence: बहराइच जनपद के महसी तहसील के महराजगंज बाजार में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद अब उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। राजस्व टीम ने चिन्हित उपद्रवियों की संपत्ति का ब्यौरा खंगालना शुरु कर दिया है। मुख्य आरोपित अब्दुल हमीद और अन्य आरोपितों की जांच हो रही है। सूत्रों की मानें तो, जांच के बाद हिंसा में शामिल आरोपितों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
फिलहाल, जेल जाने के डर से अब्दुल हमीद फरार चल रहा है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। हालांकि बहराइच हिंसा में पुलिस ने अब तक तीन एफआईआर दर्ज कर 50 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार करके उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है, लेकिन पूर्व में दर्ज प्राथमिकी में नामजद 5 आरोपितों में कोई भी गिरफ्तार नहीं हो सका है। उनकी तलाश में पुलिस टीमें जुटी है।
दरअसल, हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्र के भाई ने पहली प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद विशेष समुदाये की तरफ से दूसरी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जबकि तीसरी और एफआईआर पुलिस की ओर से दर्ज हुई है। संभावना है कि जांच के बाद पुलिस और जिला प्रशासन की तरफ से और भी प्राथमिकी दर्ज हो सकती हैं। हिंसा के बाद से ही इलाके में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से ठप है। इसके अलावा पुलिस व जिला प्रशासन ने हिंसा प्रभावित लोगों की मदद के लिए एक कंट्रोल रुम भी बनाया है। खासकर ग्राम प्रधान, लेखपाल और सचिव की बनाए गए कंट्रोल रुम में ड्यूटी लगाई गई है, ताकि ग्रामीणों से बातचीत कर माहौल को संतुलित किया जा सके और हिंसा से संबंधित जानकारी भी हासिल की जा सके।
STF चीफ अमिताभ यश की टीम अभी भी कर रही कैंप
गौरतलब है कि CM योगी के निर्देशानुसार, ADG लॉ एंड आर्डर और STF चीफ अमिताभ यश अपनी टीम के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्र में कैंपिंग कर रहे हैं। उपद्रवियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हिंसा से जुड़े वीडियोफुटेज, फोटोग्राफ की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही हैं। फिलहाल भारी पुलिस बल अभी भी हिंसा प्रभावित इलाके में गश्त लगा रही हैं।