केदारनाथ धाम यात्रा पर रोक, तीर्थयात्री बोले- हे केदार! तेरे द्वार तक आने का ये कैसा इम्तिहान
बचाव कार्य में लगे हैं 5 हेलीकॉप्टर और एसडीआरएफ टीम, अब तक 1525 लोगों को सुरक्षित निकाला
देहरादून। भारी बारिश के कारण आई आपदा के बाद अब उत्तराखंड राज्य में स्थिति सामान्य हो गई है। हालांकि केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर रोक लगा दी गई है। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर कुल लगभग 700 लोग फंसे हैं। वहीं केदारनाथ में 1000-1500 के लगभग लोगों के फंसे होने की संभावना है। इसमें से 1525 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया है। पांच हेलीकॉप्टर हेली रेस्क्यू में लगे हुए हैं।
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि उत्तराखंड सरकार की मांग पर भारत सरकार से वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर उत्तराखंड आ गए हैं, जो केदारनाथ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकालने में लगे हुए हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई नुकसान न हो और वे सुरक्षित अपने गंतव्य से वापस लौटें। इससे राज्य सरकार के प्रति अच्छा संदेश जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त मार्गों पर फिलहाल आवागमन अवरुद्ध है। जल्द ही वैकल्पिक मार्ग बनाया जाएगा। 1100 यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। केदारनाथ धाम मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिचोली में फंसे 425 यात्रियों को हेली रेस्क्यू से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। यह संभव हो पाया है सरकार की त्वरित कार्रवाई और एसडीआरएफ की कार्यकुशलता से। आपदा प्रभावित जिलाें पर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नजर बनाए रखे हैं। उन्हाेंने रेस्क्यू अभियान का जायजा लेने के साथ तीर्थयात्रियों से संयम बरतने की अपील की है।
भारी बारिश के चलते उत्तराखंड में आई आपदा सड़क, मकान, पुलिया और होटल तक बहा ले गई। कईयों के सिर से साया छिन गया तो कईयों का परिवार उजड़ गया। गत 31 जुलाई की रात ऐसा ही भयावह मंजर दिखा। चारधाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्री भी जहां के तहां ठहर गए थे। हालांकि आस्था पर भय हावी न हो सका। फिलहाल सड़क बहने के कारण भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित केदारनाथ धाम की यात्रा पर रोक लग गई है। गत जुलाई माह में भी मौसम के बिगड़े मिजाज ने उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में रुकावट डाल दी थी। इस बार केदारनाथ यात्रा मार्ग का हिस्सा ही बह गया। ऐसे में केदारनाथ धाम में सैकड़ों यात्री फंस गए। वहीं यात्रा मार्ग पर फंसे तीर्थयात्री प्रार्थना कर रहे हैं कि हे केदार! तेरे द्वार तक आने का ये कैसा इम्तिहान है।