रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में मानसून बारिश कहर बनकर बरस रही है। देर रात भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग में मदमहेश्वर ट्रैक पर बनातोली में मार्कण्डेय नदी पर बना अस्थायी पुल बह गया। इसके बाद मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर फंसे 106 तीर्थ यात्रियों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर उन्हें रांसी गांव पहुंचाया गया है।
जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार के नेतृत्व में चले रेस्क्यू अभियान में जिला, तहसील, पुलिस प्रशासन, आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित विभिन्न विभागों व गौंडार, रांसी, उनियाणा के ग्रामीणों व मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर रहे व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गुरुवार देर रात हुई भारी बारिश के कारण मदमहेश्वर ट्रैक पर बनातोली, गोंडार में मार्कण्डेय (मोरखंडा) नदी पर बना पैदल पुल बह जाने के कारण क्षेत्र से संपर्क बाधित हो गया था। सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस तथा जिला प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। जिलाधिकारी की निगरानी में हेली सेवाओं के माध्यम से मदमहेश्वर यात्रा रूट पर फंसे 106 यात्रियों का सफल रेस्क्यू किया गया।
यात्रियों का कहना था कि जिला प्रशासन एवं सरकार द्वारा रेस्क्यू के लिए स्थानीय लोगों की मदद से लेकर फूड पैकेट भी बेहद कम समय में सभी यात्रियों को उपलब्ध कराए गए। त्वरित गति से रेस्क्यू किए जाने के लिए तत्काल हेली सेवा के माध्यम से नानू हेलीपैड से रांसी हेलीपैड पहुंचाया गया। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का आभार जताया।
जिलाधिकारी ने हेलीकॉप्टर से लिया जायजा
जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने हेलीकॉप्टर से बनातोली का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बनातोली में शीघ्र ट्राली के माध्यम से आवाजाही शुरू करने के साथ स्थाई पुल का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय कर रहे ग्रामीणों की आजीविका मदमहेश्वर यात्रा पर निर्भर है इसलिए बनातोली में शीघ्र ट्राली लगाकर मदमहेश्वर यात्रा सुचारू करने के प्रयास किये जायेंगे।