नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली पुलिस के एक उप-निरीक्षक और दो हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
हौज खास थाने में तैनात उप-निरीक्षक युद्धवीर सिंह यादव को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह कथित तौर पर 2.5 लाख रुपये की रिश्वत ले रहा था। दूसरे मामले में, पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल सुधाकर और राजकुमार को कुल 50,000 रुपये की रिश्वत राशि में से 10,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि यादव के खिलाफ एक अदालती मामले में अनुकूल कार्रवाई रिपोर्ट के लिए तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बातचीत के बाद राशि घटाकर 2.5 लाख रुपये कर दी गई थी। अधिकारियों ने बताया कि उसे रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। जिस मामले में हेड कांस्टेबलों को गिरफ्तार किया गया, वह सीबीआई ने सुधाकर और दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया था।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया, “आरोप है कि सादे कपड़ों में चार लोग शिकायतकर्ता की दुकान पर आए और उनमें से दो ने खुद को स्पेशल स्टाफ, दिल्ली पुलिस, आनंद विहार का सदस्य बताया। उन्होंने उसका नाम किसी मामले में न फंसाने के लिए उससे 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी। बातचीत के बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता से आंशिक भुगतान के तौर पर 11,000 रुपये लेने पर सहमति जताई।” एजेंसी ने जाल बिछाया और सुधाकर और राजकुमार को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वे शिकायतकर्ता से आंशिक भुगतान के तौर पर 10,000 रुपये की रिश्वत ले रहे थे।