कोलकाता। भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य के चार विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को हुए उपचुनाव के दौरान फर्जी मतदान, हिंसा और डराने-धमकाने के संबंध में भाजपा से लगभग 100 शिकायतें मिलने के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर खारिज कर दिया। सीईओ आरिज आफताब ने कहा, ‘‘हिंसा की कुछ खबरें थीं, लेकिन कुल मिलाकर कल चुनाव शांतिपूर्ण रहा। जब भी ऐसी हिंसा और कदाचार की खबरें हमें मिलीं या हमारे अधिकारियों के संज्ञान में आईं, हमने तुरंत कार्रवाई की।’’
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि वह निर्वाचन आयोग के सवाल का जवाब बृहस्पतिवार को देगा और शिकायतों के संबंध में अब तक की गई कार्रवाइयों की जानकारी देगा। माणिकतला, बगदाह, राणाघाट दक्षिण तथा रायगंज विधानसभा सीटों के लिए कल उपचुनाव हुआ।
एक अधिकारी ने बताया कि मतदाताओं को डराने-धमकाने और भाजपा उम्मीदवार पर हमला करने में कथित संलिप्तता के लिए बगदाह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, साथ ही राणाघाट दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भी इसी तरह के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि रायगंज में सबसे अधिक 67.12 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
इसके बाद राणाघाट दक्षिण में 65.37 प्रतिशत, बगदाह में 65.15 प्रतिशत और माणिकतला में 51.39 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। बगदाह, मानिकतला और राणाघाट दक्षिण से हिंसा की छिट-पुट घटनाओं की खबर हैं। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अपने बूथ एजेंट के साथ मारपीट करने और उम्मीदवारों को कुछ मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने का आरोप लगाया है।
राणाघाट दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार मनोज कुमार बिश्वास तथा बगदाह से पार्टी के उम्मीदवार बिनय कुमार बिश्वास ने दावा किया कि उन्हें कुछ बूथ में जाने नहीं दिया गया। बिनय कुमार बिश्वास ने कहा, ‘‘मुझे शिकायत मिली कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई की जा रही है, जिसके बाद मुझे बूथों पर जाने से रोक दिया गया।’’
मनोज बिश्वास ने आरोप लगाया कि कुछ इलाकों में भाजपा के कार्यालयों में तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने तोड़फोड़ की। मानिकतला से भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे को भी विरोध का सामना करना पड़ा और कथित तृणमूल कार्यकर्ताओं ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। उन्होंने मतदान के दिन निर्वाचन क्षेत्र में एक बूथ में प्रवेश करने की कोशिश की थी। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
चौबे बुधवार शाम को सीईओ कार्यालय पहुंचे और 89 बूथ पर पुनर्मतदान की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने कुछ गुंडों के साथ मुझे घेर लिया और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। मैंने 89 बूथ पर पुनर्मतदान की मांग की है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने उपचुनाव को एक तमाशा बना दिया है।’’ आरोपों को निराधार बताते हुए तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा था कि भाजपा ‘‘चुनाव में अपनी विफलता को छिपाने के लिए केवल बहाने बना रही है’’।