नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा’ (नीट)-स्नातक’ का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में पहली बार गिरफ्तारियां की हैं और पटना से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को सुरक्षित परिसर कथित तौर पर मुहैया कराए जहां उन्हें लीक हुए प्रश्न पत्र तथा उत्तर पुस्तिकाएं दी गयीं। सीबीआई ने नीट परीक्षा पत्र लीक मामले में छह प्राथमिकियां दर्ज की हैं।
नीट-यूजी परीक्षा देशभर में सरकारी तथा निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जाती है। इस साल यह परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर पांच मई को आयोजित की गयी। इसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार बैठे थे।
सीबीआई ने इस मामले में पहली प्राथमिकी रविवार को दर्ज की थी। इससे एक दिन पहले सरकार ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपेगी। प्रदर्शनरत छात्रों का एक वर्ग सीबीआई से इस मामले की जांच कराने की मांग कर रहा था।