देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा एक बार फिर इतिहास रचने की ओर है। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से दो पर भाजपा ने बड़े मार्जिन से जीत दर्ज कर ली है। बाकी तीन सीटों पर अंतिम परिणाम की घोषणा होना बाकी है। हालांकि तीनों सीटों पर भाजपा निर्णायक बढ़त बनाए है।
पिछले तीन लोकसभा चुनाव से उत्तराखंड के मतदाताओं ने ‘पांच पंचों’ की टोपी एक रंग में रंगी है। 2009 में कांग्रेस और उसके बाद 2014-2019 में पांचों सांसद भाजपा के चुनकर आए हैं। इस बार भी मतदाताओं ने उत्तराखंड से ‘पांच पंच’ चुने हैं। मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना के शुरुआती दौर से ही हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा और नैनीताल-उधमसिंह नगर सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा बढ़त पर थी।
नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार अजय भट्ट ने बंपर जीत दर्ज की है। अजय भट्ट ने यहां कांग्रेस के प्रकाश जोशी को तीन लाख से अधिक वोटों से हराया है। अल्मोड़ा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अजय टम्टा ने जीत की हैट्रिक लगाई है। अजय टम्टा ने लगातार तीसरी बार इस सीट से जीत दर्ज की है। अजय टम्टा ने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को हराया है। टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार माला राज्यलक्ष्मी शाह ने भी जीत दर्ज की है। पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अनिल बलूनी ने भी कांग्रेस उम्मीदवार गणेश गोदियाल को हराया है। हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र सिंह रावत को हराया है।
लोकसभा सीट : पार्टी : उम्मीदवार : कुल मत : अंतर (मार्जिन) – परिणाम
हरिद्वार : भाजपा : त्रिवेंद्र सिंह रावत : 653808 : 164056 – (जीत)
नैनीताल-उधमसिंह नगर : भाजपा : अजय भट्ट : 772671 : 334548 – (जीत)
पौड़ी गढ़वाल : भाजपा : अनिल बलूनी : 418531 : 155839 – (परिणाम की घोषणा बाकी)
टिहरी गढ़वाल : भाजपा : माला राज्य लक्ष्मी शाह : 455949 : 268347 – (परिणाम की घोषणा बाकी)
अल्मोड़ा : भाजपा : अजय टम्टा : 417535 : 225893 – (परिणाम की घोषणा बाकी)
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर पहले चरण में गत 19 अप्रैल को कुल 57.24 फीसदी मतदान हुआ था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी पांचों सीटों पर कब्जा जमाया था। मोदी लहर में भाजपा को 61.7 प्रतिशत वोट मिले जो वर्ष 2014 (55.90 वोट) के मुकाबले पांच प्रतिशत अधिक थे। 2019 में उत्तराखंड में पहले चरण में ही 11 अप्रैल को मतदान हो गया था।
वर्ष 2019 में कैसा था परिणाम
पिछले आम चुनाव में सूबे की सभी पांच सीटों से भाजपा उम्मीदवारों को जीत मिली थी और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। भाजपा के टिकट पर हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, नैनीताल से अजय भट्ट, टिहरी गढ़वाल से माला राज्यलक्ष्मी शाह, गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत और अल्मोड़ा से अजय टम्टा बड़े अंतर से जीतकर संसद पहुंचे थे। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रीतम सिंह, प्रदीप टम्टा जैसे दिग्गज नेताओं को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद लोकसभा चुनावों का इतिहास
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद लोकसभा चुनावों की बात करें तो उत्तराखंड में वर्ष 2004 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में मिश्रित जनादेश आया। 2009 में फिर से जनता ने कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में जनादेश सुनाया। वर्ष 2014 के चुनावों में मोदी लहर पर सवार भाजपा ने सभी सीटों पर क्लीन स्वीप कर कांग्रेस से हिसाब चुकता किया। इसी तरह वर्ष 2019 में भी उत्तराखंड की जनता ने भाजपा पर ही भरोसा जताया था। इस बार तो भाजपा ने हैट्रिक लगा दी। जबकि खोई जमीन तलाशने में जुटी कांग्रेस कोई कमाल नहीं कर पाई।