भीषण गर्मी से बागवानी को नुकसान

नैनीताल
रामनगर की लीची देश में काफी पसंद की जाती है। यहां की लीची को लेने के लिए खरीददार पहले ही डेरा डाल लेते है। भीषण गर्मी और बारिश ना होने की वजह से इस बार लीची का आकार छोटा रह गया, जिससे लीची के उत्पादन में असर देखने को मिल रहा है। ऐसे में लीची कारोबारी को इस बार लीची का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है।रामनगर की लीची को जीआई टैग मिला हुआ है और रामनगर में 900 हेक्टेयर में लीची का उत्पादन होता है। बारिश और भीषण गर्मी के चलते इस बार लीची का गुदा (पल्प) नहीं बना और लीची के आकार में कमी आयी है। लीची के आकार में आयी कमी के चलते कारोबारी को लीची के सही दाम नहीं मिल रहे है। बारिश नहीं होने से इस बार लीची के स्वाद में खट्टापन आया है, जबकि लीची की मिठास सभी को भाती है। इस बार लीची की फसल कमजोर होने से कारोबारियों के माथे पर सिकन साफ दिखाई दे रही है। कारोबारी ललित नेगी ने बताया इस बार लीची की फसल कमजोर हुई है। आकार में छोटी होने की वजह से कम वजन से ज्यादा लीची चढ़ रही है। बारिश समय पर होती तो लीची के आकार में बढ़ोत्तरी होती।

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