रुड़की। इंडियन डेंटल एशोसिएशन की शाखा रुड़की द्वारा आयोजित एक व्याख्यान कार्यक्रम में राज्य उपभोक्ता आयोग के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने अतिथि व्याख्यान के रूप में दंत चिकित्सकों को उपभोक्ता कानून के बारे में जागरूक किया।अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि दंत चिकित्सा एक ऐसा सेवा कार्य है जिसके माध्यम से चिकित्सक रोगी के दंत रोग निवारण के साथ ही व्यक्ति की सुंदरता को बरकरार रखने में भी सहयोग करता है।श्रीगोपाल नारसन ने अनेक विधिक निर्णयों का हवाला देते हुए चिकित्सक व रोगी के बीच विश्वास के सम्बंध को प्रगाढ़ रखने व चिकित्सीय मानकों के अनुरूप सेवा कार्य करने को जरूरी बताया।उन्होंने कहा कि यदि चिकित्सा सेवा कार्य आरंभ करने से पूर्व परमात्मा की याद में थोड़े समय के लिए ब्रह्माकुमारीज़ का राजयोग मेडिटेशन कर स्वयं को परमात्मा के निमित मानकर सेवा कार्य करे,तो परिणाम बेहतर हो सकते है।एशोसिएशन के अध्यक्ष डॉ दीपक वर्मा के संयोजन ने डॉ हेमेंद्र सिंह ने बुके देंकर व डॉ प्रदीप रस्तोगी ने स्मृति चिन्ह देकर श्रीगोपाल नारसन को सम्मानित किया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में दंत चिकित्सक मौजूद रहे।