गोपेश्वर। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड में एनटीपीसी की परियोजना में कार्यरत एचसीसी की ओर से श्रमिकों को नोटिस और वेतन दिए बिना बर्खास्त किये जाने के विरोध में श्रमिकों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम एक ज्ञापन जोशीमठ उपजिलाधिकारी को सौंपा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि एक माह पूर्व उन्होंने ज्ञापन दिया था जिसमें श्रमिकों ने पुनः बहाली की मांग की थी, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं होने से श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त है और आंदोलन का मन बना रहे हैं।
भाकपा माले के गढ़वाल सचिव अतुल सती का कहना है कि पिछले कई वर्षों से एनटीपीसी की निर्माणाधीन विद्युत परियोजना की कार्यदायी संस्था एचसीसी में स्थानीय बेरोजगार युवक कार्य रहे हैं, जो सभी परियोजना से प्रभावित हैं। क्षेत्र के बेरोजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार की सरकार की नीति के सापेक्ष बहुत ही कम लोगों को ही रोजगार दिया गया है। उसमें भी तमाम तरह का शोषण और उत्पीड़न के बावजूद स्थानीय लोग कोई विकल्प न होने के बावजूद कार्य कर रहे हैं। जनवरी 2023 में जोशीमठ की आपदा के मद्देनजर कम्पनी का कार्य सरकार की ओर से रोक दिया गया था। बाद में न्यायालय ने इस रोक को जारी रखी। इसमें श्रमिकों का कोई दोष न होने के बावजूद कंपनी ने कार्य नहीं तो वेतन नहीं, के तहत उनका वेतन बन्द कर दिया, जबकि इसी परियोजना पर कार्य कर रही रितिक कम्पनी के श्रमिकों को वेतन मिलता रहा।
उन्होंने कहा कि साल भर बाद जब कम्पनी ने रख रखाव के नाम पर कार्य पुनः शुरू किया तो स्थानीय श्रमिकों की उपेक्षा करनी शुरू कर दी। कम्पनी की ओर से बगैर अनुमति के विस्फोटकों के इस्तेमाल पर आपत्ति करने के कारण स्थानीय श्रमिकों को बगैर नोटिस के रातों रात निकाल दिया गया। श्रमिकों का वाजिब वेतन भत्ता भी नहीं दिया गया। अब कम्पनी ने स्थानीय बेरोजगार के स्थान पर अन्य भर्तियां की जा रही हैं। जिसमें स्थानीय प्रभावितों की उपेक्षा की जा रही है। हमारे सामने पिछले एक साल से अधिक समय से रोजी रोटी का संकट पहले से है अब इस अन्याय से भविष्य अंधेरे में है। कम्पनी की ओर से यह अन्याय यहां हर जगह किया जा रहा है। कम्पनी की मनमानी से सभी श्रमिक और ग्रामीण परेशान हैं। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से सीएम से बाहर किये गये श्रमिकों की बहाली की मांग की है।