अशोकनगर। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि इस देश के संसाधन पर सबसे पहला हक आदिवासी, दलित गरीब, ओबीसी का है, लेकिन कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार मुसलमानों का है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मंशा हम पूरी नहीं होने देंगे। कांग्रेस ओबीसी विरोधी पार्टी है। उसने ओबीसी आयोग नहीं बनाया। वर्षों तक ओबीसी वर्ग के लोगों को केंद्रीय संस्थानों में आरक्षण नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस देश के विकास में सबसे पहली प्राथमिकता एससी, एसटी और ओबीसी को दी है। नीट परीक्षा, मेडिकल दाखिल में 27 फीसदी आरक्षण देने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।
अमित शाह गुना लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में पिपरिया के मंडी परिसर में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ को फिर से लागू करना चाहते हैं। ट्रिपल तलाक फिर से लाना चाहते हैं। यह देख शरियत कानून से चलेगा क्या। इस पर्सनल लॉ को नहीं आने देंगे। यह देश समान नागरिक संहिता से चलेगा। हमने उत्तराखंड में यूसीसी लाया है, यह वादा है कि हम देशभर में इसे लागू करेंगे। कांग्रेस 70 साल तक अनुच्छेद 370 को अपने बच्चे की तरह पालती रही, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त 2019 को एक झटके में कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया।
शाह ने कहा कि गुना वालों को दो नेता मिलेंगे। एक ज्योतिरादित्य और दूसरे मौजूदा सांसद केपी यादव। केपी यादव ने क्षेत्र की बहुत सेवा की है, उनकी चिंता आप मुझ पर छोड़ दो। सिंधिया घराने ने इस क्षेत्र का लालन-पालन अपने बच्चे जैसे किया है। मैं राजा साहब के लिए वोट मांगने आया हूं। सिंधिया मेरे मित्र भी हैं, भाजपा के वरिष्ठ नेता भी हैं। इन्हें जिताते हुए यह याद रखना, सिंधिया को दिया वोट नरेन्द्र मोदी को जाएगा।