देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा के सल्ट विधायक और देहरादून के नगर आयुक्त के बीच हुए विवाद की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय कर रहे हैं। इस जांच के बाद ही विवाद का राज खुलेगा, तब पता चलेगा कि आखिरकार विधायक और नगर आयुक्त से विवाद की वजह क्या थी?
भाजपा विधायक महेश जीना के विरुद्ध देहरादून सिटी कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। नगर निगम ड्राइवर एसोसिएशन के सचिव यशपाल सिंह की शिकायत पर विधायक के विरुद्ध नगर निगम कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने व जान से मारने की धमकी देने के साथ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में आईपीसी की धारा 147/186/504/506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह था मामला-
अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा से भाजपा विधायक महेश जीना पर सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों से बदसलूकी का आरोप लगा है। महेश जीना गत मंगलवार को किसी टेंडर के संबंध में देहरादून नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में कुछ लोगों के साथ पहुंचे। आरोप है कि यहां उन्होंने हेड क्लर्क पवन थापा के साथ अभद्रता की और उन्हें धमकाया भी। इसके बाद विधायक नगर आयुक्त कार्यालय पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने नगर आयुक्त के साथ भी बदतमीजी की।
इससे निगम के कर्मचारियों में आक्रोश है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक विधायक सामूहिक रूप से माफी नहीं मांगते, तब तक कार्य बहिष्कार के साथ शहर की सफाई व्यवस्था ठप रहेगी।