मुंबई। रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के जरिये बैंक और वॉलेट सेवाओं का लाभ उठाने वाले ग्राहकों और व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को कुछ अतिरिक्त कदम उठाए। केंद्रीय बैंक ने यूपीआई भुगतान के लिए पेटीएम हैंडल (@पेटीएम) का उपयोग कर रहे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों के चार-पांच अन्य बैंकों से जुड़ने की संभावना पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) से गौर करने के लिए कहा है।
इस पहल का मकसद भुगतान व्यवस्था में किसी भी तरह की बाधा को रोकना है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम की सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च, 2024 के बाद अपने ग्राहक खातों और वॉलेट में धन लेने से रोक दिया है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) की वेबसाइट के अनुसार उसके 30 करोड़ वॉलेट और तीन करोड़ बैंक ग्राहक हैं।
एनपीसीआई भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणालियों के संचालन के लिए एक केंद्रीय संगठन है। यह भारत में भुगतान और निपटान बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए आरबीआई और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की एक पहल है। आरबीआई ने एक बयान में कहा कि चूंकि पीपीबीएल 15 मार्च, 2024 के बाद अपने ग्राहक खातों और वॉलेट में धन स्वीकार नहीं कर सकता है, लिहाजा ‘@पेटीएम’ हैंडल का उपयोग करने वाले यूपीआई ग्राहकों को असुविधा से बचाने के लिए कुछ अतिरिक्त कदम जरूरी हो गए हैं।
हालांकि यूपीआई हैंडल का स्थानांतरण केवल ऐसे ग्राहकों और व्यापारियों पर ही लागू होगा, जिनके पास यूपीआई हैंडल ‘@पेटीएम’ है। जिनके पास कोई अन्य यूपीआई हैंडल है, उन्हें कोई कार्यवाही करने की जरूरत नहीं होगी। आरबीआई ने कहा, ‘‘एनपीसीआई को आरबीआई ने सलाह दी है कि वह नियमों के तहत वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (ओसीएल) के अनुरोध की जांच करे।
कंपनी ने पेटीएम ऐप पर यूपीआई का संचालन जारी रखने के लिए ‘थर्ड पार्टी एप्लिकेशन’ प्रदाता (टीपीएपी) बनने का आग्रह किया था।’’ पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली वन97 कम्युनिकेशंस लि. (ओसीएल) के पास पीपीबीएल में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आरबीआई ने कहा कि ‘@पेटीएम’ हैंडल को अन्य बैंकों में निर्बाध रूप से स्थानांतरित करने के लिए एनपीसीआई भुगतान सेवा प्रदाता (पीएसपी) के रूप में चार-पांच अन्य बैंकों का सत्यापन कर सकता है।
इसके साथ ही आरबीआई ने कहा कि एनपीसीआई अगर ओसीएल को टीपीएपी का दर्जा देती है, तो उस स्थिति में यह तय किया जा सकता है कि किसी व्यवधान से बचने के लिए ‘@पेटीएम’ हैंडल को पीपीबीएल से नए पहचाने गए बैंकों के एक समूह में स्थानांतरित किया जाए। बयान में कहा गया है कि उक्त टीपीएपी किसी भी नये उपयोगकर्ता को तब तक नहीं जोड़ेगा, जब तक कि सभी मौजूदा उपयोगकर्ता संतोषजनक ढंग से एक नए हैंडल पर स्थानांतरित नहीं हो जाते।
रिजर्व बैंक ने कहा कि पेटीएम क्यूआर कोड का उपयोग करने वाले व्यापारियों के लिए ओसीएल एक या अधिक पीएसपी बैंकों (पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अलावा) के साथ निपटान खाते खोल सकती है। आरबीआई ने एक बार फिर पेटीएम पेमेंट्स बैंक में खाता/वॉलेट रखने वाले ग्राहकों से कहा है कि वे 15 मार्च, 2024 से पहले अन्य बैंकों के साथ वैकल्पिक व्यवस्था करें। इसके साथ ही पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा जारी फास्टैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) धारक किसी भी असुविधा से बचने के लिए 15 मार्च 2024 से पहले वैकल्पिक व्यवस्था कर सकते हैं।