टोक्यो। जापान में टोक्यो के हनेडा हवाईअड्डे पर जापान तटरक्षक विमान और जापान एयरलाइंस के यात्री विमान के बीच टक्कर के बाद एयरलाइंस को 300 से अधिक उड़ानें रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। दुर्घटना के कारण हवाईअड्डे को कल शाम कई घंटों के लिए सभी रनवे बंद करने पड़े, जिसके कारण हनेडा से आने-जाने वाली 226 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, इससे 40,000 से अधिक यात्री प्रभावित हुए।
बुधवार को तीन रनवे फिर से खुलने के बावजूद, अभी भी लगभग 100 उड़ानें के रद्द होने की आशंका है, जिससे 19,000 यात्रियों की यात्रा योजनाएं बाधित होंगी। गौरतलब है कि मंगलवार को स्थानीय समयानुसार शाम करीब छह बजे , जापान एयरलाइंस (जेएएल) की उड़ान 516, एयरबस ए-350 जो होक्काइडो प्रान्त में न्यू चिटोस हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, हनेडा के सी-रनवे पर उतर रही थी तभी तटरक्षक उड़ान एमए-722, एक बॉम्बार्डियर डैश-8, से टकरा गयी, जिससे दोनों विमानों में आग लग गई।
जिससे एमए-722 पर सवार चालक दल के छह सदस्यों में से पांच की मौत की पुष्टि की गई, जबकि कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गया। कोस्ट गार्ड प्रवक्ता योशिनोरी यानागिशिमा के अनुसार सोमवार दोपहर को मध्य जापान में आए भूकंप के बाद तटरक्षक विमान, निगाटा प्रान्त में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री पहुंचाने के लिए रनवे पर चल रहा था। इस बीच, जेएएल विमान से टक्कर के बाद उसमें आग लग गई थी।
टोक्यो अग्निशमन विभाग ने कहा कि दुर्घटना के बाद आग बुझाने में आठ घंटे से अधिक का समय लगा। राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके ने जापान के परिवहन मंत्रालय के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि हनेडा हवाई यातायात नियंत्रक ने दुर्घटना होने से पहले यात्री विमान को रनवे पर उतरने की अनुमति दी थी और तट रक्षक विमान को रनवे से दूर रहने का आदेश दिया था।
हवाई जहाज, ट्रेनों और जहाजों से जुड़ी गंभीर दुर्घटनाओं की जांच करने वाली सरकार से संबद्ध एजेंसी जापान ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड ने बुधवार को दुर्घटना के कारण की जांच और विमान के मलबे की जांच शुरू कर दी।