जम्मू। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों की वीरता के लिए बुधवार को उनकी सराहना की और कहा कि उन्हें इस बात का पूरा विश्वास है कि सेना जम्मू कश्मीर की धरती से आतंकवाद ( terrorism) का पूरी तरह से सफाया कर देगी।
उन्होंने साथ ही सैनिकों से आह्वान किया कि वे ऐसी कोई ‘गलती’ नहीं करें जिससे देश के नागरिकों को नुकसान हो सकता है। सिंह ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए लोगों का दिल जीतना भी सैनिकों की जिम्मेदारी है।
वह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए दिन में जम्मू-कश्मीर पहुंचे। पुंछ में आतंकवादी हमले के बाद सिंह राजौरी और जम्मू के एक दिवसीय दौरे पर हैं। रक्षामंत्री का बयान यह 22 दिसंबर को पुंछ जिले में कथित तौर पर तीन नागरिकों के मृत पाए जाने के बाद उपजे आक्रोश के बीच आया है।
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों ने उन्हें एक दिन पहले सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला करने और चार सैनिकों के शहीद होने के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। रक्षा मंत्री जम्मू पहुंचने के तुरंत बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ राजौरी जिले के लिए रवाना हो गए।
इस साल खासतौर पर राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार हिंसा और आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है। राजौरी में एक सैन्य छावनी में सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने सैनिकों की बहादुरी की सराहना की।
सिंह ने कहा, ‘‘मुझे आपकी बहादुरी और दृढ़ता पर विश्वास है… जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद खत्म होना चाहिए और आपको इस प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप जीत हासिल करेंगे।’’ इस मौके पर जनरल पांडे और उपराज्यपाल भी मौजूद रहे।
पुंछ के सुरनकोट इलाके में 21 दिसंबर को ढेरा की गली और बफलियाल के बीच धत्यार मोड़ पर आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिक शहीद हो गए जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं।