नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2001 के हमले की बरसी पर संसद (Parliament) के अंदर सुरक्षा में चूक “हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर आघात” है। संसद पर 2001 में हुए हमले की बरसी पर बुधवार को लोकसभा (Lokasabha) की कार्यवाही के दौरान दो लोग दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए और कनेस्टर के माध्यम से धुआं फैला दिया। घटना के तुरंत बाद दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘2001 के हमले की बरसी पर आज संसद की सुरक्षा में चूक हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर आघात है। हमारे लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। हमलावर कौन थे, वे लोग कैसे अंदर आए, उनके इरादे क्या थे- इसका खुलासा करने के लिए तत्काल जांच महत्वपूर्ण है…।” आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने इस घटना को उस काले दिन (13 दिसंबर 2001) जैसा बताया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत को अब भी 2001 में हमारी संसद पर हुआ हमला याद है। आज की सुरक्षा चूक उस काले दिन के जैसा है, जिसने उन घावों को फिर से हरा कर दिया है।” उन्होंने कहा, “यह हमारे लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है। षडयंत्रकारियों को जल्दी बेनकाब करने के लिए तत्काल और गहन जांच की आवश्यकता है।” उन्होंने संसद को राष्ट्र का एक “पवित्र प्रतीक” बताते हुए देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।