देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ( CM Dhami ने कहा कि आज केवल भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के अन्य देश भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच, उनकी रणनीति और उनके विचारों का अनुसरण करते हैं। राज्य में इन्वेस्टर्स समिट के लिए अब तक 44 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इससे प्रदेश में स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने यह बातें शुक्रवार को देहरादून में आयोजित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 (Investors Summit Uttarakhand) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रदेश की समस्त जनता की ओर से स्वागत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक निवेशक को अच्छा व्यावसायिक वातावरण, अच्छी कानून व्यवस्था, इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली नीतियां और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य और आबोहवा भी चाहिए। यह सब उत्तराखंड के पास है। उत्तराखंड में गुजरात के महात्मा मंदिर कन्वेंशन एंड एग्जीबिशन सेंटर की भांति शीघ्र ही एक भव्य कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि भारत में समय-समय पर अनेकों महापुरुषों ने मां भारती के मुकुट की शोभा बढ़ाने और समाज को सही दिशा दिखाने का कार्य किया है। इनमें से कई ऐसी विभूतियां हैं जिनके बारे में हमने केवल सुना है, उन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखा नहीं है। लेकिन जब हम आज प्रधानमंत्री की ओर देखते हैं तो हमें उन सभी महान विभूतियों का अंश उनमें दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिस कठिन परिश्रम से भारत को पुनः विश्व गुरू बनाने के लिए प्रयत्नशील हैं, वह एक सौ चालीस करोड़ भारतीयों में आशा और विश्वास का बीज भी रोपित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के सीएम रहते हुए वाईब्रेंट गुजरात नाम से इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन शुरू किया गया था। उसी से प्रेरित होकर राज्य सरकार ने डेस्टिनेशन उत्तराखंड की थीम पर इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया है। हमारी कोशिश रहेगी कि हर 02 वर्ष के अंतराल में इस समिट का आयोजन हो।
उन्होंने कहा कि डेस्टिनेशन उत्तराखंड का मुख्य उद्देश्य, ग्रीन इकोनॉमी और रोजगार को लेकर इकोलॉजी और इकोनॉमी के समन्वय द्वारा राज्य का समग्र विकास करना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को प्राप्त करने का लक्ष्य था। अभी तक लक्ष्य से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर करार हो गये हैं। 44 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।