अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ब्रह्माकुमारीज की फिल्म “द लाइट: ए जर्नी विदइन…” देखिएगा जरूर

डॉ. गोपाल नारसन एडवोकेट                      ब्रह्माकुमारीज (Brahma Kumaris) के आबू रोड मनमोहिनी गॉडलीवुड स्टूडियो ने आई.रियलिटीज़ के सहयोग से, अपनी नवीनतम एनिमेटेड फिल्म, “द लाइट: ए जर्नी विदइन…” ( The Light: A Journey Within.) । के प्रीमियर की घोषणा अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव (International Film Festival) के लिए की है। गोवा में हो रहे 54 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में पहले प्रीमियर के लिए ब्रह्माकुमारीज की इस अनूठी फ़िल्म को चुना गया है ।यह फिल्म महोत्सव 20 नवंबर  से 28 नवंबर, तक आयोजित किया जा रहा है।आध्यात्म एवं प्रेरक फ़िल्म निर्माण के लिए प्रसिद्ध ब्रह्माकुमारीज के गॉडलीवुड स्टूडियो ने दुनिया के सबसे प्रशंसित फिल्म समारोहों में से एक में फिल्म “द लाइट” की विशेष स्क्रीनिंग के साथ प्रकाश महोत्सव की भावना को अपनाया है।
शूजीत सरकार इस फिल्म के क्रिएटिव प्रोडूसर हैं।”द लाइट: ए जर्नी विदइन …” एक अद्वितीय एनीमेशन फिल्म है ,जिसे गॉडलीवुड स्टूडियो की रचनात्मक प्रक्रिया और आई.रियलिटीज के तकनीकी नवाचार को एक साथ एक कृति प्रदान करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास के माध्यम से तैयार किया गया है।
यह मनमोहक एनिमेटेड फिल्म मानवीय भावना की गहराई का पता लगाती है तथा दर्शकों को एक परिवर्तनकारी यात्रा पर ले जाकर भावनात्मक रूप से गूंजने वाले सिनेमाई अनुभव का वायदा भी करती है। गोवा के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में “द लाइट: ए जर्नी विदइन…” के विशेष प्रीमियर में शो में हर कोई शामिल हो सकता है।इस फिल्म के बारे में ,इस फ़िल्म की रचनात्मक प्रक्रिया को लेकर और भविष्य की स्क्रीनिंग पर अपडेट के बारे में गॉडलीवुड स्टूडियो की वेबसाइट पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
वास्तविक समय के अपडेट, पर्दे के पीछे की झलक और विशेष सामग्री के साथ गोवा फ़िल्म महोत्सव का उपयोग इस फ़िल्म को चर्चाओं में लाएगा।
वास्तव में ब्रह्माकुमारीज का गॉडलीवुड स्टूडियो दुनिया का एक ऐसा अग्रणी प्रोडक्शन स्टूडियो है ,जो विचारोत्तेजक और दृश्यात्मक मनोरम सामग्री तैयार करने के लिए न सिर्फ प्रतिबद्ध है बल्कि 22 भाषाओं के माध्यम में विश्व मे शांति,सदभाव के लिए सकारात्मक फ़िल्म सामग्री परोस रहा है। आध्यात्मिकता और कथानक पर ध्यान देने के साथ, स्टूडियो का लक्ष्य दुनिया भर के दर्शकों को रूहानियत की ओर प्रेरित करना और उनका चारित्रिक उत्थान करना है। आई.रियलिटीज़ टेक्नोलॉजी एनीमेशन उद्योग में तकनीकी नवाचार में इन दिनों सबसे आगे है,जो अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने और गहन अनुभव बनाने के लिए जाना जाती है।
ब्रह्माकुमारीज आध्यात्मिक संगठन जिसे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के रूप में भी जाना जाता है,की शुरुआत 1936 में हैदराबाद सिंध में ओम मंडली के रूप में शुरू हुई थी।सन 1950 में यह आध्यात्मिक संगठन माउंट आबू के शिखर पर अरावली पहाड़ियों में स्थानांतरित किया गया। ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अब 140 देशों में 8500 से अधिक केंद्र हैं और प्रतिदिन 20 लाख से अधिक लोग  राजयोग का अभ्यास करते हैं। इस संस्था ने 87 वर्षों से अधिक समय से ईश्वरीय सेवाओं के प्रति समर्पित होकर शांतिपूर्ण जीवन को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रकार के आध्यात्मिक कार्यक्रम विकसित किए हैं।आपको बता दे,
यह फिल्म ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक दादा लेखराज कृपलानी, जिन्हें पिताश्री ब्रह्माबाबा के नाम से जाना जाता है, के वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित है, जो एक अमीर और समृद्ध हीरा व्यापारी की कहानी है| इस फ़िल्म का कथानक बीके जगदीश चंदर  द्वारा लिखित पुस्तक “एक अद्धभुत जीवन कहानी” से लिया गया है । ब्रह्माबाबा ने महिलाओं को सशक्त बनाने, मानवीय मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाने और आध्यात्मिकता के माध्यम से दुनिया में शांति और सद्भाव लाने के उद्देश्य से अपनी सारी संपत्ति ओम मंडली के लिए ट्रस्ट को दे दे दी थी तथा विलासिता का जीवन त्याग कर संत समान राजयोगी बन गये थे। आध्यात्मिकता के इस नए मार्ग में, उन्होंने बहादुरी के साथ कई चुनौतियों और बाधाओं का सामना किया और जीवन पूरी यात्रा के दौरान, उन्हें सर्वशक्तिमान परमात्मा “द लाइट” द्वारा मार्गदर्शन और सशक्त बनाया गया। उनके द्वारा नश्वर शरीर को त्यागने के बाद भी, उनकी दिव्य यात्रा दुनिया भर में आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार करती रही है।उनके द्वारा शुरू की गई आध्यात्मिक  क्रांति लाखों लोगों को आज भी प्रेरित कर रही है तथा उन्हें भविष्य के लिए सशक्त बना रही है। सच कहा जाए तो ब्रह्मा बाबा द्वारा प्रदान किए गए जीवन कौशल कालातीत साबित हुए हैं और जिन महिलाओं व भाईयों को उन्होंने सशक्त बनाया, वे प्रेम, शांति और ज्ञान का प्रतीक बन गए हैं।अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव गोवा का विषय “सिनेमा की खुशी का जश्न मनाएं” रखा गया है, यह विषय उस अपार खुशी, उत्साह और प्रेरणा को उजागर करता है, जो सिनेमा लोगों के जीवन में परिवर्तन लाता है। इस फिल्म की स्क्रीनिंग का समय 25 नवंबर को शाम 7 बजे इनोक्स, मक़ुइनेज़ पैलेस थिएटर, गोवा में निर्धारित किया गया है|  ब्रह्माकुमारीज़ की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बी के जयंती दीदी, क्रिएटिव प्रोडूसर शूजीत सरकार, गॉडलीवुड स्टूडियो के निर्माता और कार्यकारी निदेशक बी के हरिलाल भानुशाली, एनीमेशन निर्देशक प्रसाद अजगांवकर समेत कई दिग्गज इस फ़िल्म के लिए अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव का हिस्सा बन रहे है।यह फ़िल्म महोत्सव में जहां आध्यात्मिक आभा का प्रकाश प्रज्ज्वलित करेगी,वही फ़िल्म की कलात्मकता से भी रूबरू कराएगी।
(लेखक ब्रह्माकुमारीज मिडियाविंग के आजीवन सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार है) 

Leave a Reply