World Cup : सेमीफाइनल पर अफगानिस्तान की नजरें

अहमदाबाद। अफगानिस्तान (  Afghanistan) विश्व कप के अपने आखिरी लीग मैच में शुक्रवार को उतरेगा तो उसकी नजरें एक और बड़ी टीम को हराने पर होंगी जबकि दक्षिण अफ्रीका ( South Africa) लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी कमजोरियों से पार पाने की कोशिश में होगा। भारत और आस्ट्रेलिया  (Australia) के साथ दक्षिण अफ्रीका विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंच चुका है लिहाजा उसके लिये इस मैच में बहुत कुछ दाव पर नहीं है।

आठ अंक के साथ अफगानिस्तान चौथे स्थान के लिये पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के साथ दौड़ में है। अब उसे टूर्नामेंट में बने रहने के लिये दक्षिण अफ्रीका को हर हालत में हराना होगा। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की तुलना में अफगानिस्तान का रनरेट भी खराब है लिहाजा उसे बड़े अंतर से जीत और दूसरे मैचों के नतीजे अनुकूल रहने की उम्मीद करनी होगी। इस मैच का नतीजा चाहे जो हो लेकिन अफगानिस्तान ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी के दिल जीते हैं । उसने आठ में से चार मैच जीते हैं। अब उनमें यह आत्मविश्वास भर गया है कि अपना दिन होने पर वे किसी को भी हरा सकते हैं।

इंग्लैंड और पाकिस्तान को हराने क बाद हशमतुल्लाह शाहिदी की टीम ने पांच बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया को लगभग हरा ही दिया था लेकिन ग्लेन मैक्सवेल ने चमत्कारिक पारी खेलकर जीत दिलाई । इस हार से निराश अफगानिस्तान टीम को अब नये सिरे से मनोबल बढाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ( Best performance) करना होगा। पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है लिहाजा शाहिदी टॉस जीतने पर उन्हें पहले गेंदबाजी के लिये भेजना चाहेंगे। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की कमजोरियां उजागर हुई है । अफगानिस्तान की ताकत उसकी स्पिन गेंदबाजी रही है लेकिन तेज गेंदबाजों से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

नवीन उल हक और अजमतुल्लाह उमरजई ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ नयी गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है। अब तक कमजोर कड़ी रहे अफगानिस्तान के बल्लेबाजों ने भी उम्दा प्रदर्शन किया है। इब्राहिम जदरान, रहमत शाह और कप्तान शाहिदी को पता है कि हालात के अनुरूप कैसे खेलना है । रहमानुल्लाह गुरबाज से टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जबकि अनुभवी मोहम्मद नबी भी बल्ले से प्रभावित नहीं कर सके हैं।

दक्षिण अफ्रीका के लिये क्विंटोन डिकॉक ने काफी रन बनाये हैं लेकिन कप्तान तेंबा बावुमा नाकाम रहे हैं। वह बीमारी के कारण दो मैचों से बाहर थे जिसमें रीजा हेंड्रिक्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट के बीच में कप्तान को बाहर करना संभव नहीं है लेकिन बावुमा दबाव महसूस कर रहे होंगे। सेमीफाइनल से पहले उनके पास लय में लौटने का सुनहरा मौका है । डेविड मिलर अपने चिर परिचित फॉर्म में अभी तक नहीं दिखे हैं । बायें हाथ के तेज गेंदबाज मार्को जेनसन को इकॉनॉमी रेट पर काम करना होगा । केशव महाराज ने स्पिन का मोर्चा बखूबी संभाला है और अब देखना है कि तबरेज शम्सी के रूप में दूसरे स्पिनर को उतारा जाता है या नहीं।

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