नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान (Supreme sacrifice) देने वाले पुलिस कर्मियों को पुलिस स्मृति दिवस (Police Commemoration Day) पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘पुलिस स्मृति दिवस पर, हम अपने पुलिस कर्मियों के अथक समर्पण (Relentless dedication) की सराहना करते हैं। वे देश के लिए बड़ा संबल हैं, चुनौतियों का सामना कर नागरिकों का मार्गदर्शन करते हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। सेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता वीरता की सच्ची भावना का प्रतीक है। सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी पुलिस कर्मियों को हार्दिक श्रद्धांजलि।’ गृह मंत्री (Home Minister) ने शनिवार को राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस पर चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक जाकर वीर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शाह ने अपने संदेश में कहा , ‘ पुलिस स्मृति दिवस पर, मैं हमारी सेनाओं के वीरों को नमन करता हूं जिन्होंने अपने सर्वोच्च बलिदान की रोशनी से आशा की किरण जलाई। उनकी वीरता की कहानियों को हमारी सामूहिक स्मृतियों से कोई नहीं मिटा सकता। हमारी मातृभूमि के बहादुरों को सलाम।’
गृह मंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी प्रतिकूल (Policemen unfavorable) परिस्थितियों में सब कुछ भूल कर देश सेवा में लगे रहते हैं। पुलिसकर्मी परिवार से दूर रहकर अपने जीवन के स्वर्णिम वर्ष देश की रक्षा में लगाता है। चाहे आतंकवादियों से टक्कर लेनी हो, अपराधियों से लोहा लेना हो या विशाल भीड़ को नियंत्रित करना हो , आपदा के समय राहत बचाव अभियान में लगना हो पुलिसकर्मी हमेशा आगे रहते हैं। देश के पुलिसकर्मियों ने हर मौके पर अपनी उपयोगिता को साबित किया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान 188 पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य की वेदी पर अपनी जान गंवाई है। उन्होंंने कहा कि पिछले एक दशक में आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद पर लगाम लगी है , इनसे संबंधित घटनाओं में 65 प्रतिशत की कमी आयी है । आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी हमारे पुलिस बलों (Police forces) ने उल्लेखनीय कार्य कर देश ही नहीं दुनिया में नाम कमाया है।
अब सरकार आपराधिक न्याय प्रणाली (Justice system) में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए 3 नये कानून लेकर आ रही है। इन कानूनों में भारतीयता की भावना दिखायी देगी और ये हर नागरिक के कानूनी अधिकारों की रक्षा भी करेंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार देश की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के कल्याण तथा उनके हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र (Hot Spring Area) में 21 अक्तूबर 1959 को सशस्त्र चीनी टुकड़ी द्वारा घात लगाकर किए हमले में पुलिस के 10 वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन शहीदों और ड्यूटी के दैरान मारे गए अन्य सभी पुलिसकर्मियों की स्मृति में हर वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलिसकर्मियों के बलिदान तथा राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता बनाए रखने में पुलिस की उत्कृष्ट भूमिका का सम्मान करते हुए 2018 में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (National Police Memorial) देश को समर्पित किया था।