नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा नेताओं के साथ विश्वकर्मा योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। भाजपा केंद्रीय कार्यालय एक्सटेंशन (BJP Central Office Extension) में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में विश्वकर्मा समाज के लोगों के साथ बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा नेता पहुंचे थे। सूत्रों ने कहा कि अमित शाह इस योजना को लेकर तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में शाह ने 2024 को लेकर 24 चुनिंदा नेताओं की एक टीम बनाई। टीम के प्रत्येक सदस्य को 1 से 2 राज्यों का प्रभार दिया गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का लाभ सभी तक पहुंचे, इसको लेकर इन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। पंजीकरण, प्रशिक्षण, कार्यान्वयन आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आज तक, 2 लाख विश्वकर्मा लोगों ने पंजीकरण कराया है। 5 वर्षों में इस योजना के तहत अन्य 30 लाख लोगों के पंजीकरण की उम्मीद है। हर साल 6 लाख रजिस्ट्रेशन होंगे। पिछले महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की थी।
पीएम विश्वकर्मा को 13,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित किया जाएगा। कलाकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड, बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण सहित कौशल उन्नयन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये तक संपार्श्विक-मुक्त क्रेडिट सहायता (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त), डिजिटल लेनदेन और विपणन समर्थन के लिए प्रोत्साहन शामिल है। पीएम विश्वकर्मा के अंतर्गत 18 पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इस योजना में कारीगरों और शिल्पकारों को कई लाभ प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र (Certificate) और आईडी कार्ड से कारीगरों और शिल्पकारों को पहचान मिलेगी। 5-7 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिनों या उससे अधिक का उन्नत प्रशिक्षण, रुपये के वजीफे के साथ, 500 प्रति दिन प्रदान किया जाएगा।