मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार(NCP president Sharad Pawar ) ने कहा कि विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा। पवार ने कहा कि इंडिया में सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि राकांपा को लेकर कोई भ्रम नहीं है। पिछले महीने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे 9Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए अपने भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, छोड़कर जाने वालों को जनता सबक सिखाएगी।
बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati ) के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, यह पता नहीं है कि वह किसके पक्ष में हैं। इससे पहले वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि विभिन्न विचारधाराओं से जुड़े विपक्षी दलों के गठबंधन का एक साझा उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना है।
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (India)की तरफ से प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर ठाकरे ने कहा, हमारे पास प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए कई विकल्प हैं। लेकिन भाजपा के पास एक को छोड़कर क्या विकल्प है।
इस सवाल पर कि इंडिया का संयोजक कौन होगा, ठाकरे ने पूछा, राजग का संयोजक कौन है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि 2019 में गैर-भाजपा दलों को 23 करोड़ मत मिले, जबकि भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले। उन्होंने कहा, अगर हम मिलकर काम करें, हम जीत सकते हैं।