चुनाव आयोग के ‘नेशनल आइकन’ के साथ तेंदुलकर ने की नयी पारी की शुरुआत

नयी दिल्ली मतदाताओं को जागरूक और शिक्षित बनाने के लिये चुनाव आयोग के ‘नेशनल आइकन’ (राष्ट्र की पहचान) के रूप में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Chin Tendulkar) ने एक नयी पारी की शुरुआत की। चुनाव आयोग (Election Commission’s) ने दिग्गज क्रिकेटर और भारत रत्न तेंदुलकर के साथ तीन साल के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त (Chief Election Commissioner) राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त अनुप चंद्र एवं अरुण गोयल उपस्थित रहे।

तेंदुलकर ने यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र (democracy)में युवा आबादी राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि जो दिल खेलों में ‘इंडिया-इंडिया’ के शोर के साथ भारतीय टीम के लिये धड़कते हैं, वे हमारे बहुमूल्य लोकतंत्र को आगे ले जाने के लिये भी इसी तरह धड़केंगे।

उन्होंने कहा कि स्टेडियमों में भीड़ उमड़ने से लेकर मतदान केंद्रों पर भीड़ उमड़ने तक, राष्ट्रीय टीम के साथ खड़े होने से लेकर वोट डालने के लिये समय निकालने तक, हम जोश और उत्साह बनाये रखेंगे। जब देश के कोने-कोने से युवा चुनावी लोकतंत्र (Electoral Democracy )में बड़ी संख्या में भाग लेंगे तो हम अपने देश का एक समृद्ध भविष्य देखेंगे।

यह सहयोग विशेष रूप से 2024 में होने वाले आगामी आम चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये युवा आबादी के साथ तेंदुलकर के अद्वितीय प्रभाव का लाभ उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस साझेदारी के ज़रिये चुनाव आयोग का लक्ष्य नागरिकों और विशेषकर युवा एवं शहरी आबादी को चुनावी प्रक्रिया के करीब लाना है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस अवसर पर कहा कि तेंदुलकर न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित प्रतीक हैं। उनके पास एक विरासत है जो उनकी क्रिकेट प्रतिभा से कहीं आगे तक फैली हुई है। श्री कुमार ने कहा कि उनका शानदार करियर उत्कृष्टता, टीम वर्क और सफलता की निरंतर खोज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि उनका प्रभाव खेल से कहीं अधिक है, जिससे वह चुनाव आयोग के लिये मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिये आदर्श विकल्प बन गये हैं।

इस साझेदारी के तहत तेंदुलकर विभिन्न टीवी कार्यक्रमों और डिजिटल अभियानों आदि में मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देंगे। वह इसके जरिय मतदान के महत्व और देश की नियति को आकार देने में इसकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करेंगे। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्रों ने लोकतंत्र की मजबूती में मतदान के महत्व पर एक प्रभावशाली नाटक भी प्रस्तुत किया।

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