देहरादून। मणिपुर हिंसा पर उचित जवाब न देने और लोकसभा में कांग्रेस ( Congress ) संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी की अध्यक्षता में भाजपा का पुतला फूंका।
भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने अधीर रंजन चौधरी के निलंबन को घोर अलोकतांत्रिक कार्य बताया। गोगी ने कहा कि बड़ी मुश्किल से तो प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) मणिपुर के मामले पर संसद में बोलने को आये, उस पर भी हैरत की बात ये है कि उन्होंनेन कुल 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया, जिसमें वे मणिपुर पर 1 घंटे 32 मिनट बाद बोले। इससे पहले वो केवल आत्मप्रशंसा और कांग्रेस को कोसने में लगे रहे।
इस भाषण में भी उन्होंने मणिपुर का नाम केवल 18 बार लिया जबकि कांग्रेस का नाम 50 बार लिया । मणिपुर पर बात ही उन्होंने तब शुरू की जब विपक्ष संसद से वाकआउट कर गए थे। प्रधानमंत्री मणिपुर पर कुछ करते नहीं दिखे, उनके लोग रात दिन मणिपुर पर दोनों समुदायों के मध्य विभाजनकारी रेखा खींचने का काम कर रहे हैं, और जब कुछ ठोस जवाब मांगा जाए तो वे गोल मोल बात करते हुए कहते हैं कि मणिपुर में शांति का सूरज शीघ्र उगेगा।
भाजपा घोर तानाशाही पर उतर आई है। अधीर रंजन चौधरी ने व्यंगात्मक तरीके से प्रधानमंत्री की चुप्पी की आलोचना की तो उनको निलंबित कर दिया गया। इस मौके पर महानगर उपाध्यक्ष अभिषेक तिवारी ,सुनील ,राजेश पुंडीर ,सुरेंद्र रावत ,चतर सिंह रावत ,अवधेश ,शहजाद अंसारी ,रवि हसन ,प्रेम सिंह ,इस्लाम मुकीम अहमद ,विक्रम सिंह ,शकील मंसूरी ,मंजू त्रिपाठी ,रिपु दमन ,पूनम कंडारी ,शहीद अहमद ,आदर्श शुद्ध ,वीरेंद्र पवार ,सूरज छेत्री ,मुकेश रेगमी ,संजय भारती ,चुन्नीलाल डांग्या ,मदनलाल ,आलोक मेहता ,राजेंद्र राज ,शिवम कुमार जी ,उदय सिंह रावत जी आदि मौजूद थे।