नई दिल्ली । भारतीय रेलवे ने कहा कि देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण 7 से 13 जुलाई के बीच लगभग 400 यात्री ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले पुराने यमुना पुल (लोहा पुल) के नीचे पानी का खतरे का स्तर 204.83 मीटर है, जो गुरुवार को 208.53 मीटर पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि 11 जुलाई से ही लोहा पुल पर ट्रेन परिचालन बंद है।
उत्तर रेलवे ने गुरुवार को कहा कि बारिश के कारण रविवार से लंबी दूरी की 15 मेल ट्रेनें और 122 पैसेंजर ट्रेनें (लोकल, छोटी दूरी, इंटरसिटी) रद्द कर दी गई हैं। यमुना ब्रिज पर ट्रेन परिचालन प्रतिबंधित होने के कारण 101 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों और 26 यात्री ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा है जबकि ऐसी 78 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द या शॉर्ट-टर्मिनेट (यात्रा गंतव्य से पहले समाप्त) किया है। रेलवे द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले दो दिनों में सबसे अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं।
उत्तर रेलवे के एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण उत्तर रेलवे के अंबाला, दिल्ली, फिरोजपुर और मुरादाबाद डिवीजनों में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
उत्तर रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों के रद्द, मार्ग परिवर्तित, गंतव्य से पहले यात्रा समाप्त व प्रारंभ करने संबंधी उद्घोषणाएं स्टेशनों पर नियमित रूप से की जा रही हैं। यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से भी सूचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूचना देने और यात्रियों के टिकटों की धन वापसी के लिए उत्तर रेलवे ने विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त काउंटर खोले हैं।
उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की जानकारी प्रदान करने और रिफंड की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं। खानपान के सामान की सप्लाई बढ़ा दी गई है। प्रभावित यात्रियों को सड़क मार्ग से गंतव्य स्टेशनों तक ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे ने हरियाणा और उत्तराखंड की सरकारों से बसें लगाने के संबंध में समन्वय बनाया है। स्थिति की लगातार निगरानी के लिए अधिकारियों द्वारा मुख्यालय और मण्डल नियंत्रण कार्यालयों में कर्मचारियों की तैनाती की गई हैं।