मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा है कि पार्टी हित के खिलाफ काम करने और शिंदे-फडनवीस सरकार में शामिल होने के बाद श्री अजित पवार समेत नौ विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के पास मेल के जरिये अयोग्यता याचिका दायर की गई है।
गौरतलब है कि, रविवार दोपहर राज्य में अचानक हुए राजनीतिक घटनाक्रम में राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार समेत नौ राकांपा विधायक शिंदे-फडनवीस सरकार में शामिल हो गए।श्री पाटिल ने रविवार देर रात प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि राकांपा के नौ सदस्यों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को बिना कोई जानकारी दिए पार्टी की नीति तथा हितों के खिलाफ कार्य करते हुए शपथ ले ली। उन्होंने कहा कि उनका यह कार्य अवैध है और पार्टी के हितों को अंधेरे में रखकर ऐसा किया गया है।
पार्टी के कई पदाधिकारी समर्थन में
इस बीच, राकांपा के नौ विधायकों की सदस्यता तत्काल रद्द करने की मांग वाला एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से और उनके संदेश पर भी भेजा गया है।
पाटिल ने कहा कि सदस्यता रद्द करने की याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई होनी चाहिए।
पाटिल ने दावा किया,“महाराष्ट्र के सभी पार्टी कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं। सभी जिलों से पार्टी के कई पदाधिकारी समर्थन में उतर आये हैं। महज नौ विधायक एक पार्टी नहीं हो सकते। उन्होंने जो शपथ ली है वह पार्टी अध्यक्ष को बताए बिना लिया गया कदम है।”