कश्मीर में जी-20 पर्यटन समूह की ऐतिहासिक और सफल बैठक से पूरी दुनिया में संदेश गया कि कश्मीर के बारे में जो दुष्प्रचार पाकिस्तान फैलाता रहता है वह गलत है। जी-20 समूह की बैठक के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों ने देखा कि कैसे श्रीनगर स्मार्ट सिटी बन रहा है और कश्मीर के बाकी हिस्सों में भी विकास के काम तेजी से हो रहे हैं।
लेकिन यह सब पाकिस्तान को और कश्मीर को बरसों तक लूटने वाले परिवारवादी दलों को पसंद नहीं आया। पाकिस्तान की ओर से पैदा की जाने वाली तमाम अड़चनों के बावजूद भारत ने कश्मीर में जी-20 का सफल आयोजन कर आतंक के मुँह पर करारा तमाचा मारा लेकिन नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला को देश की यह उपलब्धि पच नहीं रही है। उन्होंने कहा है कि जी-20 बैठक से हमें सिर्फ इतना लाभ हुआ है कि सड़कें बन गयी हैं और स्ट्रीट लाइटें ठीक हो गयी हैं। फारुक अब्दुल्ला को अगर कश्मीर की उपलब्धि नहीं दिख रही है तो उन्हें बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से कश्मीर विकास के पथ पर तो तेजी से आगे बढ़ ही रहा है साथ ही यहां पर्यटकों की संख्या के भी सभी पुराने रिकॉर्ड टूट रहे हैं।
देशी-विदेशी पर्यटकों की आवक का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कश्मीर आने वाली हर फ्लाइट में बुकिंग मुश्किल से मिल रही है और मिल भी रही है तो टिकट काफी महंगे हो गये हैं क्योंकि हर कोई बस कश्मीर जाना चाहता है। लेकिन फारुक अब्दुल्ला और उनके गुपकार गैंग के सदस्यों को यह सब नहीं दिख रहा।