जाने-माने अभिनेता कमल हासन ने द केरल स्टोरी को एक ‘दुष्प्रचार’ करने वाली फिल्म करार देते हुए कहा कि सिर्फ ‘टैगलाइन’ लगा देने से कोई फिल्म सच्ची कहानी नहीं बन जाती है। सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित द केरल स्टोरी ने देश में राजनीतिक विमर्श का ध्रुवीकरण कर दिया है।
इसमें दर्शाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं का धर्मांतरण कर उन्हें आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था। यहां ‘आईफा अवार्ड्स और वीकेंड’ के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए, हासन ने कहा कि वह ‘दुष्प्रचार’ करने वाली फिल्मों के खिलाफ हैं क्योंकि वे झूठ पर आधारित होती हैं जो देश के लोगों को विभाजित करती हैं।
‘द केरल स्टोरी’ से संबंधित विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेता-फिल्म निर्माता ने कहा, “ मैं दुष्प्रचार फिल्मों के खिलाफ हूं। अगर आप लोगो के तौर पर नीचे सच्ची कहानी लिख देते हैं तो यह पर्याप्त नहीं है। यह वास्तव में सच होनी चाहिए। और यह सच नहीं है।
पांच मई को रिलीज़ हुई फिल्म को पश्चिम बंगाल सरकार ने समुदायों के बीच तनाव के डर से प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, बाद में उच्चतम न्यायालय ने इस पर से पश्चिम बंगाल में रोक हटा दी थी।
तमिलनाडु के सिनेमाघरों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति और दर्शकों की कम संख्या का हवाला देकर फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने का फैसला किया था।
फिल्म घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी है और कुछ राज्यों ने इसे कर मुक्त कर दिया है। हासन (68) ने फिल्म निर्माता मणिरत्नम की पोन्नियिन सेलवन- 2 के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन की सराहना भी की।