देहरादून। आयोजित प्रबुद्धजनों की अखिल भारतीय सम्मेलन की 45वीं वार्षिक बैठक में भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कान्त को उत्तराखण्ड रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एवं उत्तराखण्ड विधि आयोग के अध्यक्ष जस्टिस राजेश टण्डन।
कान्फ्रेंस के वाईस प्रेसीडेंट एवं हील्स वैलनेस के अध्यक्ष डॉ. एस. फारूकी, डॉ. पी. एल. गौतम, भूतपूर्व अध्यक्ष पौध किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण, विनय कुमार रूहेल्ला] उत्तराखण्डस माननीय खजान दास, विधायक] देहरादून, डॉ. हेम चन्द्र कुलपति, हेमवती नन्दन बहुगुणा मेडिकल विश्वविद्यालय,डॉ. अर्चना जैन, सदस्य नीति आयोग, पद्म श्री डॉ. वी. के. संजय, डॉ. एस. राघवन श्रीमती अनुश्री एवं उपरोक्त इंगित सम्मेलन के महासचिव श्री प्रकाश निधि शर्मा मंच पर उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि सम्मेलन द्वारा प्रत्येक वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में मानवता एवं शांति हेतु उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों का चयन कर उनको सम्मानित किया जाता है। यह कार्यक्रम देहरादून के ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के सभागार में दिनांक 14 मई, 2023 को आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर कुल तेरह व्यक्तियों को उत्तराखण्ड रत्न, एक को उत्तराखण्ड की बेटी, तीन व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश रत्न, एक को तमिलनाडु रत्न, एक को केरला रत्न,एक को राष्ट्रीय रत्न एवं एक व्यक्ति को एन.सी.आर. रत्न से सम्मानित किया गया।
संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कान्त ने इस उपलब्धि को संस्थान के प्रत्येक कार्मिक की उपलब्धि बतलाया है तथा इस यात्रा में सभी कार्मिकों के सहयोग हेतु धन्यवाद किया है।