बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में कतर्नियाघाट रेंज के चहलवा गांव में गुरूवार सुबह एक महिला सहित सात लोगों को घायल करने वाले तेंदुए को पकड़ने में आखिरकार वन विभाग की टीम सफल रही और ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली। दुधवा और कतर्नियाघाट की संयुक्त टीम तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर रेंज कार्यालय लायी है। स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन विभाग चार टीम लगाई गई। मकान को जाल से घेर दिया गया। हथिनी जयमाला और चंपा कली को भी मदद के लिए लगाया गया है। इसके बाद पिंजड़ा लगाकर तेंदुए को पकड़ लिया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद तेंदुए को जंगल में छोड़ने की कार्यवाई की जायेगी।
तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लाया गया। वन विभाग की ओर से पशु चिकित्सक डॉ दयाशंकर (दुधवा नेशनल पार्क) व डॉ दीपक वर्मा कतर्नियाघाट से गांव पहुंचे। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हसन ने बताया कि तेंदुआ एक मकान में घुस गया। भीड़ कम करने के बाद उसे संयुक्त टीम ने ट्रेंकुलाइज कर लिया है। गौरतलब है कि एक तेंदुआ आज सुबह कतर्नियाघाट रेंज के चहलवा में मंगल पुरवा गांव में पहुंच गया। तेंदुआ ने नित्य क्रिया के लिए गई महिला रीता देवी (35) पत्नी हरिकेश पर हमला कर दिया। महिला के शोर मचाने पर ग्रामीण हाका लगाते हुए दौड़ पड़े।
तेंदुए ने संजय पुत्र राम अवध, लालबहादुर पुत्र काशी, सहदेव पुत्र मुक्ति नारायण व संतोष पुत्र मुक्ति नारायण समेत सात लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई। सभी ने हाका लगाना शुरू किया जिससे तेंदुआ गांव में घुस गया. तेंदुआ गांव निवासी लक्ष्मण पुत्र जंगली के फूंस के मड़हे में घुस गया। जहां ग्रामीणों ने उसे घेर लिया। सूचना पर पहुंचे वन विभाग की टीम की ओर से रेंजर राम कुमार, वन दरोगा मयंक पांडे, वन रक्षक अब्दुल सलाम ने घायलों को इलाज के लिए पीएचसी सुजौली भेजा, जहां से उनकी हालत गंभीर देखते हुए सीएचसी मोतीपुर के लिए रेफर कर दिया गया।