नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार लोकतंत्र को कुचलने का काम कर रही है लेकिन कांग्रेस लोकतंत्र बचाने के लिए लड़ेगी इसलिए पार्टी संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अगले एक महीने तक ब्लॉक, प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर पर ‘महा-सत्याग्रह’ करेगी जिसमें सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।
कांग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल तथा संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट कर रही है, लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और डराने तथा धमकाने की नीति अपना रही है। इसको लेकर यदि सवाल पूछे जाते हैं तो सवाल करने वालों को डराया धमकाया जाता है।
इस सरकार की इसी तानाशाही के खिलाफ पार्टी एक माह तक देशभर में महा सत्याग्रह करेगी जिसमें सरकार की लोकतंत्र को कमजोर करने वाली नीतियों को घर-घर तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने संसद के चालू सत्र को अडानी को समर्पित कर दिया।
संसद के इस सत्र में कोई कामकाज नहीं हुआ। विपक्ष ने सरकार से अडानी मामले को लेकर सवाल पूछे और सरकार से संयुक्त संसदीय समिति-जेपीसी से इस महा घोटाले की जांच कराने की मांग की तो सूरत की अदालत सक्रिय हो गयी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जब जेपीसी की मांग को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो 24 घंटे के भीतर उनके खिलाफ सूरत की अदालत का फैसला आ गया। गलत तरीके से आए फैसले के कारण श्री गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य कर उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई। प्रवक्ता ने कहा कि बदले की भावना से जाम रही सरकार यहीं नहीं रुकी और उसने उन्हें बंगला खाली करने को भी कह दिया। लोकसभा सचिवालय ने उन्हें बंगला खाली करने का कल नोटिस दिया और आज श्री गांधी ने इस नोटिस का सचिवालय को जवाब भी दे दिया।