बागेश्वर। घिरौली, जोशीगांव में एक बंद घर में महिला और उसके तीन बच्चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव बुरी तरह सड़े-गले थे। शवों से दुर्गंध उठ रही थी।
मृतका का पति दस मार्च से गायब बताया जा रहा है। पुलिस ने चारों शवों को मोच्र्यूरी में रखवा दिया है। शवों का पोस्टमार्टम कल होगा।
गुरुवार देर शाम घिरौली, जोशीगांव के कुछ युवक गांव से कुछ हटकर एक घर की तरफ पानी की लाइन ठीक करने गए। उन्हें वहां दुर्गंध का अहसास हुआ। उन्होंने मकान मालिक गोविंद बिष्ट, जो देहरादून में रहते हैं, उनसे फोन पर संपर्क किया। साथ ही कोतवाल कैलाश नेगी को फोन पर जानकारी दी। कोतवाल दलबल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कुंडी लगी थी। वह दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो वहां तीन बच्चों और एक महिला का शव पड़ा था।
ग्रामीणों के अनुसार यह परिवार मूलरूप से कपकोट के शामा क्षेत्र का है और यहां किराए पर रहता था। परिवार का मुखिया भूपेंद्र ध्याड़ी-मजदूरी के साथ-साथ गांवों में होने वाले विभिन्न समारोह में गाजे-बाजे का काम करता था। बताया जा रहा है कि उस पर काफी कर्ज था। उसने पिछले कई माह से मकान का किराया तक नहीं दिया था।
ग्रामीणों के अनुसार जिस मकान में यह घटना हुई है, वह गांव से कुछ हटकर है। जिस कारण ग्रामीण उधर की तरफ कम ही जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि छलड़ी के दिन से परिवार के कोई सदस्य नहीं दिखाई दिए। अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना छलड़ी के दिन की हो सकती है।
चार शवों के मिलने की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार वर्मा, सीओ अंकित कंडारी, एसडीएम हरगिरी आदि भी घटनास्थल पहुंच गए।
बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक के हिमांशु कुमार वर्मा ने बताया कि शवों से बदबू आ रही थी। चारों शवों को मोच्र्यूरी लाया जा रहा है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। उसके बाद हत्या में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। बाहर के दरवाजे में ताला लगा था, जिसे तोड़ा गया। जबकि अंदर से एक कमरा और था वह बंद था।