इस बार एक बार कांग्रेस – एक बार भाजपा का बदलेगा रिवाज

अजमेर। राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्रसिंह राठौड ने अजमेर के पत्रकारों की मांग पर राज्य के अधिस्वीकृत पत्रकारों को आरटीडीसी की होटलों में ठहरने एवं खाने पर 50 फीसदी राहत की घोषणा की है।

अजमेर में आज अजयमेरू प्रेस क्लब की ओर से आयोजित .. मीट द प्रेस.. कार्यक्रम में उक्त घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया फ्रेंडली है उनके वर्तमान एवं पूर्ववर्ती कार्यकालों में पत्रकार हित में अन्य सरकारों की तुलना में अच्छे कदम उठाये गये।
पत्रकारों की आवास समस्या से भी मुख्यमंत्री को अवगत करा इसी कार्यकाल में राहत दिलाये जाने के प्रयास होंगे। दिवंगत अधिस्वीकृत पत्रकारों की पत्नियों को भी आधी पेंशन दिलाये जाने के लिये चर्चा की जायेगी। साथ ही अजमेर में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक का कैम्प भी जल्द ही अजमेर में रखवाया जायेगा ताकि पत्रकारों की समाधान योग्य समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो सके।

राठौड ने स्वयं की पूर्ववर्ती घोषणा को पूरा करते हुए आने वाले कल 10 मार्च से राजस्थान पर्यटन विकास निगम की ओर से ..पुष्कर दर्शन बस.. शुरू करने की घोषण की। 500 करोड की पुष्कर विकास योजना पर उन्होंने कहा कि इसके तहत 101 करोड पहले चरण में मिल चुके है जिसमें से 80 करोड पवित्र सरोवर के घाटों के जिर्णाेद्घार एवं 11 करोड गंदे पानी रोकथाम पर खर्च किये जा रहे है।

दुनियां में सबसे ज्यादा भारत के राजस्थान की लोकप्रियता है इनमें भी जयपुर . उदयपुर. जोधपुर के बाद पुष्कर की लोकप्रियता है। विदेशी – देशी पर्यटक यहां के दिवाने हैं। यही कारण है कि पूरे राज्य में आरटीडीसी की होटलों पर 1500 करोड रूपये खर्च कर जिर्णाेद्घार कराया जा रहा है। राजनीति से जुडे सवालों का जवाब देते हुए राठौड ने कहा कि संगठन एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लडेगा।
उन्होंने कहा कि इस बार एक बार कांग्रेस – एक बार भाजपा का रिवाज बदलेगा ।इस बार कांग्रेस राज के ष् काम ष् के आधार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पुनरू सत्ता में आयेंगे। उन्होंने गहलोत के मैनेजमेंट की जमकर तारीफ की ओर कहा कि उनकी योजनाएं देश में उदाहरण है जिनका लाभ सभी वर्गों को मिल रहा है। गहलोत ने गांधी फिलोस्फी को अंगीकार किया है और उनके दामन पर दाग नहीं है।

राठौड ने अजमेर जिले से 6 विधानसभा सीटें जीतने का भी दावा किया लेकिन वे ये नहीं बता पाये कि कौनसी दो सीटें हार के खाते में जायेगी। उन्होंने स्वयं के सवाल पर कहा कि वे पार्टी के वफादार. कर्मठ. अनुशासित सिपाही है और काम के साथ विकास में उनका विश्वास है।

संगठन का जैसा आदेश मिलेगा उसकी पालना होगी और जहां से टिकिट देगी वे चुनाव लडेंगे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि 2008/2013/2018 में टिकिट मांगा था लेकिन नहीं मिला लेकिन आस्था बरकरार है। वे ये भी बोले कि मैंने भी अपमान का विषपान किया है। उल्लेखनीय है कि राठौड पुष्कर से दावेदार हैं। मीट द प्रेस में क्लब अध्यक्ष डा. रमेश चंद्र अग्रवाल ने पत्रकारों की लम्बित समस्याओं को राठौड के समक्ष रखकर सरकार से निदान कराये जाने की मांग की।

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