कोटा। रेल मंत्रालय गौरव पर्यटक ट्रेनों के माध्यम से देश की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को बढ़ावा देने के लिये बैसाखी के दौरान प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थलों की यात्रा करने का सुनहरा अवसर प्रदान करने जा रहा है।
पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने जानकारी दी है कि इस यात्रा को विभिन्न गुरुद्वारों, सिख गुरुओं और विभिन्न सिख समाजों के साथ विचार-विमर्श के बाद विशेष रूप से तैयार किया गया है। 11 दिन एवं 10 रातों की यह यात्रा 5 अप्रैल को लखनऊ से शुरू होगी और 15 अप्रैल को समाप्त होगी।
यात्री आनंदपुर साहिब में केसगढ़ साहिब गुरुद्वारा और विरासत-ए-खालसा, कीरतपुर साहिब में गुरुद्वारा श्री पातालपुरी साहिब, सरहिंद में गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर में अकाल तख्त साहिब और हरिमंदिर साहिब, बठिंडा में दमदमा साहिब, नांदेड़ में तख्त सचखंड हजूर साहिब, बीदर में गुरुद्वारा गुरु नानक झीरा साहिब और पटना में गुरुद्वारा तख्त हरिमंदिर जी पटना साहिब, जैसे सिख स्थानों की यात्रा कर सकेंगे।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय रेलवे का पीएसयू,आईआरसीटीसी इस ट्रेन का संचालन करेगा। 9 स्लीपर क्लास कोच, 1 एसी-3 टियर और 1 एसी-2 टियर कोच की संरचना के साथ, भारतीय रेलवे 3 श्रेणियों में टूर पैकेज की पेशकश कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि रेलवे किफायती अनुभाग की मानक श्रेणी में अधिक सीटों के साथ 678 यात्रियों के लिए बुकिंग की पेशकश कर रहा है। सभी खर्चों को शामिल करने वाले इस टूर पैकेज में यात्रा अनिवार्य रूप से आरामदायक होगी। सुविधा को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए विशेष कोच, आन-बोर्ड और आफ-बोर्ड भोजन, गुणवत्ता वाले होटलों में आवास, सड़क द्वारा आवागमन की सुविधा और आरामदायक वाहनों में दर्शनीय स्थलों की यात्रा, टूर एस्कॉर्ट्स सेवा, यात्रा बीमा और आन-बोर्ड सुरक्षा और हाउसकीपिंग, आदि इस यात्रा को आरामदायक बनायेंगे।