खंडवा के एक निजी अस्पताल में अनूठी शादी हुयी

खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा के एक निजी अस्पताल में अनूठी शादी हुयी, जहां एक दुर्घटना में घायल युवती के विवाह से जुड़ी रस्म अदायगी का निर्णय परिजनों ने लिया।

खंडवा के माता चौक स्थित एक निजी अस्पताल में यह अनूठी शादी हुई, जिसमे हॉस्पिटल का मेडिकल स्टॉफ इस अनोखी शादी में घराती- बाराती बनकर शामिल हुए।

यहां 13 फरवरी को शिवानी सोलंकी नामक युवती एक एक्सीडेंट में घायल होकर इलाज के लिए भर्ती हुई। उसके हाथ और पैर में गंभीर चोट की वजह से हड्डी में फैक्चर आ गया था, जिसके चलते उसका आपरेशन करना पड़ा। संयोग यह था कि 16 फरवरी को जहां शिवानी को शादी मंडप में होनी थी, वहीं उसे आपरेशन थिएटर में जाना पड़ा, जहां उसका आपरेशन हुआ।

ज़ाहिर तौर पर उस दिन तो शादी संभव नहीं थी, इस वजह से उज्जैन से आने वाली बारात भी रुक गई। आपरेशन होने के बाद जब शिवानी हॉल के बेड पर शिफ्ट हो गई तब भी प्लास्टर होने की वज़ह से उसका चलना -फिरना संभव नहीं था। चूँकि शादी की हल्दी दूल्हा दुल्हन दोनों को लग चुकी थी, इसलिए शादी को टाला नहीं जा सकता था।

इसलिए दोनों पक्षों ने 18 फरवरी को अस्पताल में ही सादगी से शादी की रस्म पूरी करने लिया। दूल्हे की मौसी श्रीमती माया यादव ने बताया कि दूल्हा राजेन्द्र चौधरी उज्जैन से है, जिसकी शादी 16 फरवरी को होना तय थी, लेकिन दुल्हन का एक्सीडेंट होने कारण उन्हें हॉस्पिटल में शादी करना पड़ी।

लड़की का एक्सीडेंट जुलवानिया में हुआ, जहां उसका एक हाथ और एक पैर बुरी तरह टूट गया है। हम स्वयं उसे खण्डवा के इस प्रायवेट हॉस्पिटल में लेकर आये और हम अभी ऐसी स्थिति में शादी कर रहे है। अस्पताल में दुल्हन के बेड के पास ही शादी का मंडप सजाया गया। शिवानी ने शादी का जोड़ा भी पहना और श्रंगार भी किया।

उसके बेड को भी सजाया गया। हाथ-पैर में प्लास्टर बंधा होने से वह बेड पर ही लेटी रही और शादी की रस्मे पूरी की गई। फेरे के वक्त दूल्हे राजेन्द्र चौधरी ने उसे गोद में उठाकर फेरे की रस्म पूरी किया। इस दौरान अस्पताल का पूरा स्टाफ दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित था। अस्पताल प्रबंधन ने इस अनूठी शादी को लेकर सभी मरीजों और उनके परिजनों को मिठाई भी बांटी। 

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