न सच परेशान हो सकता है न पराजित

नयी दिल्ली । पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘तपस्या की ताकत, परिश्रम के परिणाम’ ने साबित कर दिया है कि ‘न सच परेशान हो सकता है, न पराजित।

नकवी ने संत गुरु रविदास जी की जयंती पर शनिवार को यहां भारतीय बौद्ध संघ द्वारा आयोजित ‘सामाजिक समरसता सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए इस आशय की बात कही। उन्होंने कहा कि, संत रविदास जी की सोंच, संदेशों का संकल्प ही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का मूल मंत्र है।

संत रविदास  ने जिस जाति प्रथा के कुप्रभाव के प्रति आज से सैंकड़ों साल पहले अपने सन्देश से सचेत किया था वह सन्देश आज भी सार्थक है। नकवी ने कहा,‘‘जाति जाति में जाति है, जो केतन के पात। रैदास मनुष्य ना जुड़ सके, जब तक जाति न जात।

इसका सबक संदेश समाज को एक सूत्र में बांधने का मंत्र है।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि संत रविदास जी के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए ही मोदी सरकार धर्म, जाति, क्षेत्र की सीमाओं को तोड़ कर समावेशी-सर्वस्पर्शी विकास के रास्ते पर चल रही है, हर भारतवासी की सुरक्षा, समृद्धि, सशक्तिकरण हो रहा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संतों की सोंच और सूफियों के सबक का नतीजा है कि दुनिया की उठापटक, उथल-पुथल के बीच हिन्दुस्तान आज विश्व को राह दिखा रहा है, यह इन्हीं महान संतों-सूफियों की तपस्या की ताकÞत है।

उन्होंने कहा कि ‘धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता’ भारत का डीएनए है। भारत आज पूरी दुनिया के लिए सामाजिक समरसता, भाईचारे, सहिष्णुता की मिसाल है। भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले करोड़ों लोग शांति, सौहार्द के साथ रह रहे हैं।

नकवी ने कहा कि कुछ शैतानी तत्व भारत की ‘अनेकता में एकता’ और सामाजिक सौहार्द की ताकत को नुकसान पहुंचाने की साजिश करते रहते हैं लेकिन हम सभी को मिलकर ऐसी शैतानी ताकतों को परास्त करना है।

इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य सत्यनारायण जटिया, विश्व हिन्दू परिषद् दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कपिल खन्ना, भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भन्ते संघप्रिय राहुल, भाजपा नेता आदेश गुप्ता, पूर्व सांसद डा. अनीता आर्य, प्रमुख धर्म गुरु, शिक्षा, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि क्षेत्रों के लोग उपस्थित थे।

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