नागपुर। भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने पहले टेस्ट में शतक जड़ने पर कप्तान रोहित शर्मा की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था, लेकिन रोहित ने बेहतरीन तरीके से धैर्य का प्रदर्शन किया। राठौड़ ने कहा, यह रोहित की एक खास पारी थी और उन्हें रन बनाते हुए देखना अच्छा लगता है। उन्होंने धैर्य का शानदार प्रदर्शन किया।
पारी के आगे बढ़ने के साथ यह जरूरी भी था क्योंकि पिच बल्लेबाजी करने के लिये आसान नहीं थी।” गौरतलब है कि रोहित ने आस्ट्रेलिया के विरुद्ध बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में कप्तानी पारी खेलते हुए 212 गेंदों पर 15 चौकों और दो छक्कों की मदद से 120 रन बनाये।
रोहित के शतक की बदौलत भारत पहली पारी में 144 रन की विशाल बढ़त बना चुका है और उसके हाथ में अब भी तीन विकेट बाकी हैं। टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज बनने के बाद से रोहित कुल छह शतक जड़ चुके हैं। राठौड़ ने कहा कि यह रोहित की बल्लेबाजी की गुणवत्ता ही है कि वह हर तरह की पिचों पर रन बनाने में सक्षम हैं।
राठौड़ ने कहा, “यह उनकी बल्लेबाजी की गुणवत्ता है। वह इंग्लैंड की तेज पिचों पर भी शतक बना चुके हैं। लेकिन अगर हम आज की पारी की बात करें तो उन्हें यह रन बनाने के लिये मेहनत करनी पड़ी। आम तौर पर रोहित शुरुआती रन बनाने के बाद पारी की रफ्तार बढ़ा देते हैं लेकिन यहां उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी।” रोहित का विकेट गिरने के बाद भी भारतीय पारी की रफ्तार नहीं रुकी।
रवींद्र जडेजा (66 नाबाद) और अक्षर पटेल (52 नाबाद) ने अपने-अपने अर्द्धशतक पूरे करते हुए 81 रन की साझेदारी की और मैच पर भारत की पकड़ मजबूत कर दी। जब राठौड़ से पूछा गया कि क्या अक्षर को उनकी बल्लेबाजी के कारण कुलदीप यादव पर प्राथमिकता दी गयी थी, तो उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने (अक्षर) गेंद से असाधारण प्रदर्शन किया है इसलिये इसका सवाल भी नहीं उठता था। उनकी बल्लेबाजी हमारे लिये एक बोनस है।