नैनीताल। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में प्रमुख आरोपी हाकम सिंह रावत ने जमानत के लिये उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। अदालत ने इस मामले में सुनवाई करते हुए बुधवार को सरकार से तीन सप्ताह में आपत्ति दर्ज करने को कहा है।
हाकम सिंह के जमानत प्रार्थना पत्र पर शीतकालीन अदालत न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की एकलपीठ में सुनवाई हुई। हाकम सिंह की ओर से पेश प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उन्हें इस मामले में फर्जी तरीके से फंसाया गया है। सरकार के पास उनके खिलाफ तथ्य मौजूद नहीं हैं।
उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव के चलते कार्रवाई की जा रही है। झूठी रिकवरी की जा रही है। आरोपी की ओर से जमानत की मांग करते हुए कहा गया है कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीपीडीओ) भर्ती घोटाले में भी देहरादून की अपर जिला एवं सत्र न्यायालय से हाल ही में उन्हें जमानत मिल चुकी है। यहां बता दें कि हाकम सिंह रावत पर वीपीडीओ भर्ती व यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले में शामिल होने का आरोप है।
यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि हाकम सिंह पेपर लीक करने का प्रमुख मास्टर माइंड है और आरोपी ने अकूत संपत्ति बनायी है। इन मामलों की जांच प्रदेश की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपी गयी है। एसटीएफ ने हाकम सिंह को पिछले साल 13 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपी तभी से जेल के सींखचों के पीछे है।
दूसरी ओर एसटीएफ की ओर से कहा गया कि आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सुबूत हैं। सरकार ने भी इस मामले के संज्ञान में आने के बाद हाकम सिंह के खिलाफ कठोर रूख अख्तियार कर लिया था और आरोपी के पुरोला, उत्तरकाशी के सांकरी गांव स्थित अवैध रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलवा कर ध्वस्त कर दिया था।