अगरतला। त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के दौरान दो सप्ताह में रिकॉर्ड 29 करोड़ रुपए नकद और प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया है। मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) किरण गिट्टे ने यह दावा किया।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग (ईसीआई) ने हिंसा मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने और चुनाव प्रक्रिया से धन और बाहुबल को दूर रखने के लिए सभी प्रयास किए हैं। नतीजतन, चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से तीन हफ्ते पहले केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियां त्रिपुरा पहुंचीं और फ्लैग मार्च और संवेदनशील क्षेत्रों में गतिविधियां शुरू कीं।
ईसीआई ने इस बार हिंसा और चुनाव संहिता के अन्य उल्लंघनों की शिकायतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। हम इस विधानसभा चुनाव को चुनाव प्रबंधन के मामले में देश के लिए एक मॉडल बनाने के लिए मिशन मोड में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए ईवीएम शुरू होगी, जबकि लगभग 1.5 लाख सर्विस वोटरों के लिए मतपत्रों की छपाई और वितरण का काम पहले ही पूरा हो चुका है।
उन्होंने बताया कि अलग-अलग सक्षम मतदाताओं की सुविधा के लिए 500 से अधिक मतदान केंद्रों में स्थायी रैंप बनाए गए और सभी मतदान केंद्रों में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए शौचालय तथा बिजली की सुविधा सुनिश्चित की गई। आयोग ने 88 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए हैं और कम से कम 97 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा चलाए जाएंगे, 33 युवाओं द्वारा और 28 विकलांग लोगों द्वारा प्रबंधित किए जाएंगे।