शिमला । केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि भारत आईटी के क्षेत्र में अमेरिका की सिलिकॉन वैली को पीछे छोड़ते हुए सबसे आगे है।
ठाकुर ने ऊना में भाजपा कार्यसमिति को संबोधित करते हुए इस आशय की बात कही। उन्होंने कहा कि अन्य बातों के अलावा यहां कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र डिजिटल रूप से उपलब्ध है, जबकि बाकी देशों के पास अभी भी यह कागज पर है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज से नौ साल पूर्व जब कांग्रेस की सरकार केंद्र में सत्ता में थी तो 12 प्रतिशत महंगाई दर था, पूरे देश में भ्रष्टाचार का बोलबाला था और देश नीतिगत पक्षाघात की ओर अग्रसर था।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा ने नरेंद्र मोदी को देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुनावी रण में उतारा और उन्होंने संकल्प लिया की वह ना खाएंगे, ना खाने देंगे और तब से अब तक भाजपा की केंद्र सरकार पर किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लग पाया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता केवल झूठे आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर चिपकाने का प्रयास करते है पर उनके सभी प्रयास फेल हो जाते है। केंद्र की मजबूत सरकार ने कोविड के कठिन समय में देश में 220 करोड़ कोरोना वैक्सीन जनता को मुफ्त में लगाई, 28 महीने तक 80 करोड़ गरीबों को अनाज मुफ्त में देने का कार्य किया और इसके लिए चार लाख करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने खर्चे किया।
ठाकुर ने कहा कि भाजपा अंत्योदय को ध्यान में रखकर काम करती है और अंतिम पंक्ति में जो व्यक्ति खड़ा होता है उसकी सहायता के लिए योजना बनाती है। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका जैसे देश महंगाई से जूझ रहे हैं और वहां की महंगाई दर 8.3 प्रतिशत है और भारत की महंगाई दर आज 5.7 प्रतिशत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था सात प्रतिशत की दर से बढ़ने जा रही है, भारत में अगर कांग्रेस साशनकाल के समय के साथ तुलना की जाए तो फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट 2 गुना से भी ज्यादा बढ़ गई है और आज देश में 90 हजार स्टार्टअप चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश डिजिटल इकोनामी की ओर बढ़ रहा है चाहे वह चाय वाला हो या रेडी फड़ी वाला, सब गूगल पर के माध्यम से व्यापार कर रहे हैं। देश में 12 लाख 62 हजार करोड़ की डिजिटल ट्रांजैक्शंस रिकॉर्ड हुई है। आज हमारे देश की विश्वसनीयता पूरे विश्व में बढ़ रही है।
आज भारत का कोविद वैक्सीन का सर्टिफिकेट डिजिटली फोन पर उपलब्ध है और बाकी देशों का आज भी कागज पर है इस मामले में, आज भारत में अमेरिका की सिलिकॉन वैली को भी पीछे छोड़ दिया है।