नयी दिल्ली। केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने आयोजित भारतीय अचीवर्स अवार्ड सेकंड एडिशन 2023 के अवसर कहा कि हमारे देश में खेलों का बजट 2014 में 860 करोड़ रुपये था और अब यह बढ़कर 3200 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार खेलो इंडिया जैसी योजना चलाकर नये खिलाडी को अवसर देती है।
सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही उन विशिष्ट व्यक्तियों को दिव्यांग के नाम से पुकारा और मोदी सरकार ने ही पैरा ओलंपिक खेलों को प्राथमिकता देने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को पहले अपंग जैसे नामों से बुलाया जाता था। उन्होंने ( मोदी) खुद का नजरिया बदला और अन्य लोगों का भी।
उन्होंने विशिष्ट विभूतियाँ को धन्यवाद देते हुए कहा कि इंडियन अचीवर्स अवार्ड प्राप्त करने वाले पमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार जैसे देश के अन्य वीर जवान सीमा पर प्रहरी के नाते शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे के तापमान में रहकर देश की सेवा करते हैं। हम उनके इस योगदान को इस हाल मे बैठकर नहीं समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा किअपने घरों से बाहर निकलकर परदेश मे अपना योगदान देने वाले व्यक्तियों को ही पदम् विभूषण अवार्ड प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इंडियन अचीवर्स अवार्ड राष्ट्रीय रक्षा, खेल संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल,उद्यमी, नवाचार, सामाजिक कल्याण और राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान करने वाले व्यक्तियों को दिया गया है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्चतम न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्र ने की।
पुरस्कार पाने वाले प्रमुख लोगों में सूबेदार मेजर संजय कुमार (परम वीर चक्र), मेजर ध्यानचंद (मरणो परांत), बॉलीवुड फिल्म अभिनेता दर्शन कुमार, अभिनेत्री श्रुति हसन, पदम् भूषण प्राप्त भारतीय पैरा लिंपिक एथलीट देवेंद्र झाझरिया सहित अन्य विभूतियां शामिल हैं।