बेंगलुरु। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद ने उन विधायकों की तुलना वेश्याओं से करने के लिए बुधवार को माफी मांगी, जिनके 2019 में पार्टी छोड़ देने के कारण जनता दल (सेक्यूलर)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिर गई थी।
हरिप्रसाद ने आरोप लगाया कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। उन्होंने कहा, भाजपा के लोगों ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। वे यौनकर्मियों के बारे में अनावश्यक विवाद पैदा कर रहे हैं। हमारे मन में यौनकर्मियों के लिए बहुत सम्मान है।
अगर वे आहत हुए हैं तो मैं माफी मांगता हूं।’’ कांग्रेस नेता ने कर्नाटक के पर्यटन मंत्री आनंद सिंह और अन्य बागी विधायकों की आलोचना करते हुए उनकी तुलना ‘वेश्या’ से की थी। ये विधायक 2019 में भाजपा में शामिल हो गये थे।
उन्होंने कहा था, जब आपने स्पष्ट जनादेश नहीं दिया, तो हमने गठबंधन सरकार बनाई। जब एक महिला पेट भरने के लिए अपने शरीर को बेचती है, उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं, हम उसे वेश्या कहते हैं। मैं यह आप पर छोड़ता हूं कि आप यह तय करें कि आप उन विधायकों को क्या कहेंगे, जिन्होंने खुद को बेच दिया। चुनाव में स्थानीय विधायक को सबक सिखाएं।
जवाब में भाजपा नेताओं ने हरिप्रसाद की आलोचना करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की संस्कृति है। आबकारी मंत्री के. गोपालैया ने कहा, ‘‘उन्हें एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी। यह उनकी और उनकी पार्टी की संस्कृति को दर्शाता है। लोग हमें वोट देकर सत्ता में लाये हैं और वे उन्हें इस तरह की टिप्पणियों के लिए सबक सिखाएंगे।
इस बीच, कर्नाटक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने हरिप्रसाद का बचाव करते हुए कहा, उन्होंने केवल यह बताया है कि कैसे ये विधायक कांग्रेस के टिकट पर चुने गए थे, लेकिन बाद में आर्थिक लाभ और सत्ता के लिए भाजपा में शामिल हो गए। इन लोगों ने खुद को बेच दिया है।