इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश-दुनिया के बड़े उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में राजनैतिक स्थिरता और मजबूत लोकतंत्र के चलते अब सब संभव हो रहा है और दुनिया के बड़े संस्थानों का भारत में लगातार भरोसा बढ़ रहा है। श्री मोदी मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएस) के उद्घाटन सत्र को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
इस समारोह में गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल और कई अन्य गणमान्य नागरिकों के साथ देश-दुनिया से आए उद्योगपति और निवेशक उपस्थित थे। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी इस समारोह में वर्चुअली जुड़े, जो इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये निवेशक सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है, जब आजादी का अमृत काल चल रहा है। हर भारतीय इस समय विकसित भारत के निर्माण के लिए संकल्पित है। ऐसे में सिर्फ भाारतीय लोग ही नहीं, दुनिया की हर संस्था भारत के प्रति आश्वस्त दिख रही है। इसी क्रम में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, मोर्गन स्टैनली और मैकेंजी जैसी बड़ी संस्थाओं और कंपनियों के भारत के प्रति वर्तमान रुख संबंधित वक्तव्य भी बताए।
अर्थव्यवस्था में हुआ अनेक सुधार
कई संस्थाओं और स्थापित व्यक्तित्वों ने भारत के प्रति अभूतपूर्व विश्वास प्रदर्शित किया है। ये आशावादिता मजबूत लोकतंत्र और राजनीतिक स्थिरता के कारण आई है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने बैंकिंग, वित्त और अर्थव्यवस्था और इससे जुड़े क्षेत्रों में अनेक सुधार किए गए हैं। इन फैसलों ने निवेश की बाधाएं दूर की हैं। उन्होंने कहा कि नया भारत अपने निजी क्षेत्र की ताकत पर भी उतना ही भरोसा करता है, भारत ने रक्षा और खनन जैसे क्षेत्रों को भी निजी क्षेत्र के लिए खोला है।
ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत की आकांक्षाओं से भी निवेशक जुड़ें
मोदी ने कहा कि भारत ने निवेश के लिए नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम भी शुरु किया है। आधुनिक बुनियादी सुविधाएं भी निवेश की संभावना पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आ रहे निवेशक सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना का लाभ उठाएं। ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत की आकांक्षाओं से भी निवेशक जुड़ें। उन्होंने आग्रह किया कि भारत में स्वास्थ्य, कृषि, पोषण और नवाचार, हर लिहाज से भारत में नई संभावनाएं निवेशकों का इंतजार कर रही हैं।