नयी दिल्ली। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। गांधी ने कहा कि अब दो हिंदुस्तान बन गए हैं एक किसानों-मजदूरों के लिए है और दूसरा 200-300 अमीरों के लिए है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी रूपी हथियार ने छोटे व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी। राहुल गांधी ने यह सवाल भी किया कि तीनों कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री मोदी को अपनी गलती मानने में एक साल का समय क्यों लग गया? उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि मौजूदा समय में हरियाणा बेरोजगारी का चैम्यिपनबन गया है और इस प्रदेश में युवाशक्ति जाया हो रही है।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनकी यह यात्रा पूरे देश को जोड़ रही है और करोड़ों लोग अब नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। राहुल गांधी ने दावा किया, जितना धन आधे हिंदुस्तान के हाथ में है, उतना धन सबसे अमीर 100 लोगों के पास है। क्या आपको इसमें न्याय दिखाई देता है? आज दो हिंदुस्तान बन गए हैं। एक हिंदुस्तान किसान, मजदूर, छोटे दुकानदारों और बेरोजगार युवाओं का है। इसमें करोड़ों लोग रहते हैं।
दूसरा हिंदुस्तान 200-300 लोगों का है, जिनके पास पूरा का पूरा धन है। उन्होंने आरोप लगाया, मोदी जी ने नोटबंदी की और गलत जीएसटी को लागू किया। ये कोई नीतियां नहीं थीं, बल्कि छोटे और मध्यम व्यापारों को खत्म करने के हथियार थे। इन दो हथियारों ने छोटे और मझोले व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी।
राहुल गांधी ने हरियाणा में बेरोजगारी की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा, ह्यह्यआज 21वीं सदी में हरियाणा बेरोजगारी का चैम्पियन बन गया है। (राज्य में) आज बेरोजगारी दर 38 प्रतिशत है। यह कोई खुशी की बात नहीं है। हरियाणा में युवाशक्ति जाया हो रही है।उन्होंने सेना में अल्पकालिक भर्ती की अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए कहा, ये (भाजपा) कहते हैं कि हम देशभक्त हैं। मुझे इनकी देशभक्ति समझाओ।
राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान में लाखों युवा सुबह चार बजे उठकर दौड़ लगाते हैं और ये युवा तिरंगा की रक्षा करने का सपना देखते हैं… पहले हर साल 80 हजार युवा सेना के लिए चयनित होते थे। वे अलग-अलग राज्यों में तैनात होते थे। ये जवान अपनी पूरी जिंदगी देश के लिए लगाते थे, सीमा पर खड़े होते थे, उसकी निगरानी करते थे। देश की खातिर अपना खून देने के लिए ये युवा सेना में भर्ती होते थे।
उन्होंने कहा कि पहले युवाओं को सेना में भर्ती होने पर उचित प्रशिक्षण और 15 साल की सेवा और सेवानिवृत्ति के बाद यथोचित सुविधा का वादा किया जाता था, लेकिन अग्निपथ योजना ने इन वादों को तोड़ दिया है। राहुल गांधी ने कहा, ह्यह्यजब मैं यह सब बातें करता हूं, तो भाजपा के लोग कहते हैं कि मैं सेना के खिलाफ बातें कर रहा हूं। मैं तो सेना के भले के लिए बात कर रहा हूं।